चित्तौड़गढ़. मेवाड़ के प्रसिद्ध मंदिरों में शामिल भगवान शनि देव के दान पत्र से 17 लख रुपये का चढ़ावा निकला. शुक्रवार देर शाम तक दान राशि की गणना का काम पूरा हो पाया. इस बीच, अमावस्या होने के कारण शुक्रवार को भारी संख्या में लोग भगवान शनिदेव के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे. भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं. भगवान सांवरिया सेठ के बाद चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन उपखंड क्षेत्र के आली स्थित शनि देव की भी खासी महिमा है. यहां प्रति माह चौवदस के रोज भंडार खोलने की परंपरा है.
मंदिर कमेटी के अध्यक्ष छगनलाल गुर्जर ने बताया कि शनि देव की पूजा-अर्चना करने के पश्चात शनि देव का दान पात्र खोला गया. अमावस्या होने के कारण मंदिर में भारी संख्या में भक्त पहुंचे. इस कारण दान राशि की गणना का काम देर शाम तक पूरा हो पाया. 17 लाख 14 हजार 285 रुपये की राशि भंडार निकाली गई, साथ नवग्रह देवता के मंदिर का भंडार खोला गया. इस मौके पर मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष सत्यनारायण जाट, नरेंद्र सिंह, गणपत लाल कुमावत, मंत्री नारायण सिंह, नरेंद्र विजय वर्गीय, मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने धन राशि की गणना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
बता दें कि यह मंदिर भी लोगों की श्रद्धा का प्रमुख केंद्र बन चुका है. मेवाड़ और मालवा के साथ-साथ अब गुजरात, महाराष्ट्र सहित देश के कई हिस्सों से लोग यहां दर्शन के दिए पहुंचने लगे हैं. भगवान सांवरिया सेठ और प्राकृतया स्थल के दर्शन के बाद लोग शनि देव मंदिर पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि शनिवार को भारी संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना है. ऐसे में सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं.