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उत्तराखंड के सभी जिलों में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट, इन 4 जिलों में रहें विशेष सावधान - Uttarakhand Weather News - UTTARAKHAND WEATHER NEWS

Weather Department issued yellow alert for rain in Uttarakhand उत्तराखंड में आज रक्षा बंधन पर भी बारिश का दौर जारी रहेगा. मौसम विभाग ने राज्य के चार जिलों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है. बाकी जिलों में बादलों की गर्जना और बिजली चमकने के साथ-साथ बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर की चेतावनी जारी की गई है. मौसम के इस मिजाज के लिए मौसम विज्ञान केंद्र ने आज उत्तराखंड के सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. Weather Modification, Rain Alert

Weather Department issued yellow alert
उत्तराखंड मौसम समाचार (ETV Bharat Graphics)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 19, 2024, 10:33 AM IST

Updated : Aug 19, 2024, 10:40 AM IST

देहरादून: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज मानसूनी बारिश पूरे राज्य को भिगोएगी. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुमान के मुताबिक राज्य के चार जिलों जो सभी कुमाऊं मंडल में स्थित हैं, में भारी वर्षा होगी. इन जिलों में कहीं-कहीं बादल भी बहुत तेज गरजेंगे. बादलों की तीव्र गर्जना के साथ ही बिजली भी चमकेगी.

इन जिलों में होगी भारी बारिश: उत्तराखंड के जिन चार जिलों में मौसम विज्ञान केंद्र ने भारी बारिश का अनुमान लगाया है उनमें बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले शामिल हैं. मौसम विभाग ने इन चारों जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है. इसके साथ ही इन जिलों में कहीं-कहीं बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर का अनुमान भी मौसम विभाग द्वारा लगाया गया है. ऐसे में लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है.

उत्तराखंड में मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट: इसके अलावा राज्य के बाकी 9 जिलों में भी मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग का कहना है कि इन 9 जिलों में कहीं-कहीं बादलों की घनघोर गर्जना के साथ ही बिजली चमकेगी. इस दौरान तीव्र से अति तीव्र बारिश का दौर चलेगा.

बारिश में रहें सावधान: मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं. ऐसे में पहाड़ी सड़कों पर यात्रा करने वाले लोग अतिरिक्त सतर्कता बरतें. भूस्खलन से कई स्थानों पर सड़कें यातायात के लिए बाधित हो सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है. इसलिए लोगों को नदी-नालों के आसपास जाने से मना किया गया है. मौसम विभाग का ये भी कहना है कि भारी बारिश से ग्लेशियर पिघलने की रफ्तार तेज हो सकती है. इस कारण नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है. ऐसे मे मैदानी इलाकों में बाढ़ के कारण जलभराव की स्थिति हो सकती है.
ये भी पढ़ें: कहीं बादल फटे, कहीं बने बाढ़ जैसे हालात: उत्तराखंड में दो महीने के मानसून से हाहाकार, अब तक 51 मौतें, 18 घर जमींदोज

देहरादून: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज मानसूनी बारिश पूरे राज्य को भिगोएगी. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुमान के मुताबिक राज्य के चार जिलों जो सभी कुमाऊं मंडल में स्थित हैं, में भारी वर्षा होगी. इन जिलों में कहीं-कहीं बादल भी बहुत तेज गरजेंगे. बादलों की तीव्र गर्जना के साथ ही बिजली भी चमकेगी.

इन जिलों में होगी भारी बारिश: उत्तराखंड के जिन चार जिलों में मौसम विज्ञान केंद्र ने भारी बारिश का अनुमान लगाया है उनमें बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले शामिल हैं. मौसम विभाग ने इन चारों जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है. इसके साथ ही इन जिलों में कहीं-कहीं बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर का अनुमान भी मौसम विभाग द्वारा लगाया गया है. ऐसे में लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है.

उत्तराखंड में मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट: इसके अलावा राज्य के बाकी 9 जिलों में भी मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग का कहना है कि इन 9 जिलों में कहीं-कहीं बादलों की घनघोर गर्जना के साथ ही बिजली चमकेगी. इस दौरान तीव्र से अति तीव्र बारिश का दौर चलेगा.

बारिश में रहें सावधान: मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हो सकती हैं. ऐसे में पहाड़ी सड़कों पर यात्रा करने वाले लोग अतिरिक्त सतर्कता बरतें. भूस्खलन से कई स्थानों पर सड़कें यातायात के लिए बाधित हो सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है. इसलिए लोगों को नदी-नालों के आसपास जाने से मना किया गया है. मौसम विभाग का ये भी कहना है कि भारी बारिश से ग्लेशियर पिघलने की रफ्तार तेज हो सकती है. इस कारण नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है. ऐसे मे मैदानी इलाकों में बाढ़ के कारण जलभराव की स्थिति हो सकती है.
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Last Updated : Aug 19, 2024, 10:40 AM IST
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