लखनऊ: महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन को और भी विशेष बनाने के लिए महाकुंभ कॉन्क्लेव 2025 की योजना बनाई है. यह कार्यक्रम एक इंटरैक्टिव सत्र होगा, जिसमें भारतीय संस्कृति, धार्मिक परंपराओं और आधुनिक तकनीकों का समावेश किया जाएगा. इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और प्रशासनिक कुशलता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करना भी है. आयोजन में दुनियाभर से आए 700 अतिविशिष्ट अतिथियों का जमावड़ा लगेगा.
इस आयोजन में समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों की थ्रीडी मॉडल प्रदर्शनी दिखाई जाएगी. इसके अलावा, 10 मिनट का डिजिटल महाकुंभ वॉक-थ्रू आयोजित किया जाएगा, जिसमें आगंतुक महाकुंभ क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. एक डिजिटल डिस्प्ले जोन में बड़ी एलईडी स्क्रीन पर कुंभ मेला, नागा साधुओं और अखाड़ों के संन्यासियों के जीवन की एनीमेशन चित्रण की जाएगी. इस कार्यक्रम में आने वाले आगंतुकों को महाकुंभ में योगी सरकार द्वारा दी जा रही टूरिज्म ऑफरिंग्स, तैयारियां व उपलब्धियों के साथ ही उत्तर प्रदेश की लोककला व सांस्कृतिक छटा का भी आनंद उठा सकेंगे.
कार्यक्रम में क्या होगा खास
- डिजिटल डिस्प्ले जोन और बड़ी एलईडी स्क्रीन पर कुंभ मेला की कहानी दिखायी जाएगी, नागा साधुओं, विभिन्न अखाड़ों के संन्यासियों के जीवन और अन्य धार्मिक पहलुओं को दर्शाने वाले एनीमेशन का चित्रण होगा.
- 3 डी मॉडल के माध्यम से त्रिवेणी संगम, अक्षयवट और समुद्र मंथन के दृश्यों को दर्शाया जाएगा.
- आधुनिक नवाचार, एआई चैटबॉट और मल्टी-लैंग्वेज ट्रांसलेटर डिवाइस का भी प्रदर्शन किया जाएगा जो अंतर्राष्ट्रीय आगंतुकों को सहज अनुभव प्रदान करेगा.
- पर्यटन पैकेज की जानकारी यात्रा और आवास सुविधाओं का डिजिटल प्रस्तुतीकरण किया जाएगा. बाकायदा टेंट सिटी व होटल रूम के एक सेटअप को स्थापित किया जाएगा.कल्पवास के दौरान मिलने वाली सुविधाओं को प्रत्यक्ष तौर पर आगंतुक देख सकेंगे.
- कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की लोक कला और संस्कृति को प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें सांस्कृतिक संध्या के दौरान राज्य के लोक संगीत और नृत्य का प्रदर्शन होगा.
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