फतेहपुर: जिले के किसान शिल्पकार ने भगवान राम की 10 फीट ऊंची मूर्ति चावल से तैयार किया है. इससे पहले भी शिल्पकार शैलेंद्र उत्तम पटेल चावल के दानों से कई अन्य चीजें बना चुके हैं. फतेहपुर में भगवान श्रीराम के भक्त ने भगवान राम की ऐसी मूर्ति बनाई, जिसकी चर्चा हर ओर है. लोग भगवान राम की मूर्ति के दर्शन करने दूर-दूर से यहां पहुंच रहे हैं.
शैलेन्द्र उत्तम फतेहपुर के बिंदकी विधानसभा में सराय धरमपुर गांव के रहने वाले हैं. इनके पिता साधारण किसान हैं. शैलेंद्र भी पिता का साथ खेती करते हैं. शिल्पकारी उनका शौक है. पहले उन्होंने चावल और गेहूं के दानों से सिक्का, अशोक चक्र सहित कई ऐतिहासिक चीजें बनाई हैं. उनकी उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है.
गेहूं के दानों से बना चुके सिक्का : किसान और शिल्पकार शैलेंद्र उत्तम इससे पहले गेहूं के दानों से पांच का सिक्का बनाकर सुर्खियां बटोरी थी. उन्होंने चावल के दानों से एक रुपए का सिक्का बनाकर गिनीज बुक में भी अपना नाम दर्ज कराया है. अब चावल के दानों से भगवान श्रीराम की 10 फीट ऊंची मूर्ति बनाने पर खुशी जाहिर करते हुए शैलेंद्र ने कहा कि भगवान श्रीराम 14 वर्ष वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे. इसलिए हमने 14 मन चावल से भगवान राम की मूर्ति बनाई है.
6 महीने में तैयार हुई मूर्ति : शिल्पकार शैलेंद्र की मानें तो उन्होंने भगवान श्रीराम का मंदिर बनने के बाद संकल्प किया था कि वह भगवान श्रीराम की मूर्ति बनाएंगे. उन्होंने अब इसे कर दिखाया है. शैलेन्द्र ने बताया कि मूर्ति लगभग 6 महीनों में बनकर तैयार हुई. इसे बनाने में करीब 2 लाख रुपए का खर्च आया है. इसमें कई लोगों ने उनकी खूब मदद की है. वे कहते हैं कि इस कला को और आगे बढ़ाएंगे.