जयपुर. ऑर्गन ट्रांसप्लांट में फर्जी एनओसी जारी करने के मामले में एसीबी की कार्रवाई के बाद मंगलवार को जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज में कॉलेज प्रशासन की ओर से हाईलेवल कमेटी की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को लेकर चर्चा की गई. बैठक में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदूओं पर चर्चा की गई.
सवाईमान सिंह अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ राजीव बगरहट्टा ने बताया कि बैठक में कमेटी ने निर्णय लिया है कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए इसे ऑनलाइन किया जाएगा. इसके साथ ही अस्पताल स्तर पर भी सभी प्रक्रिया को क्रॉस चेक करने के बाद ही ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को मंजूरी मिल सकेगी. इसके अलावा ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को लेकर समय-समय पर मेडिकल कॉलेज और ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया से जुडे़ अधिकारियों की बैठक भी आयोजित कि जाएगी.
राजीव बगरहट्टा ने बताया कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट में अब आगे किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो, इसे लेकर बैठक आयोजित की गई. अब ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम सरकार की ओर से उठाए जाएंगे. इसके साथ ही चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने एक आदेश जारी कर ईएचसीसी और फोर्टिस अस्पताल में होने वाले ऑर्गन ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी है. उन्होंने बताया कि पिछले दो माह में ऑर्गन ट्रांसप्लांट को लेकर जितने भी आदेश इन दोनों अस्पतालों के लिए जारी किए गए थे, उन पर भी फिलहाल रोक रहेगी.
एसीबी खोल सकती है कई राज : ऑर्गन ट्रांसप्लांट के नाम पर एनओजी जारी करने को लेकर भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. एसीबी इन दोनों लोगो से पूछताछ कर रही है. माना जा रहा है कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट में हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर कई और नाम सामने आ सकते हैं. एसीबी इस मामले को लेकर कुछ और राज खोल सकती है. सोमवार को इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव ने अधिकारियों को रिश्वत लेकर अंग प्रत्यारोपण की फर्जी एनओसी देने के प्रकरण में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने उच्च स्तरीय कमेटी से प्रकरण की जांच करवाने तथा 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए. वहीं, एसीबी के डीजी राजीव शर्मा ने भी बताया था कि एसीबी ने इस संबंध में तुरंत कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है. राजीव शर्मा ने बताया कि आरोपियों के कार्यालय की तलाशी लेकर महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं. साथ ही उनके कार्यालय से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं.