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हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में अठखेलियां कर रहे परदेसी परिंदे, जानिए कहां-कहां से पहुंचे हैं विदेशी मेहमान - Meerut News

मेरठ हस्तिनापुर की बर्ड सेंचुरी (Hastinapur Bird Sanctuary) आजकल विदेशी परिंदों की अठखेलियों से गुलजार है. वर्ड सेंचुरी में खासकर तोस्पून बिल, सारस क्रेन, ऑस्ट्रेलियाई सारस, इंडियन स्कीमर, ब्लैक नेक्ड, स्टोक, यूरेशियन कलीव, सुर्खाब, ब्लैक विंगड, स्टिल्ट समेत कई तरह विदेशी पक्षी प्रवास कर रहे हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 12, 2024, 11:52 AM IST

हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में अठखेलियां कर रहे परदेसी परिंदे. देखें खबर

मेरठ : यूपी वेस्ट की हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी पक्षियों की चहल-पहल है. परदेसी परिंदे यहां उड़ान भर रहे हैं और सैलानियों को लुभा रहे हैं. अनेकों तरह के परदेसी परिंदों को बड़ी संख्या में अठखेलियां करते हुए देखा जा सकता है. यह वो नजारा है जिसे सर्दी सीजन में ही प्रकृति प्रेमी देख सकते हैं. देश के अलावा यहां परदेसी परिंदों की अठखेलियों सभी को लुभा रहीं हैं. आलम यह है कि जहां देश में विविध प्रकार की सैकड़ों वन्यजीवों की प्रजातियों को हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण्य में देख सकते हैं. वहीं बड़ी संख्या में देश के बाहर से भी परदेशी परिंदे यहां पहुंचककर अस्थाई प्रवास पर हैं.

मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.

अक्टूबर से हो जाती है पक्षियों के आने की शुरुआत : डीएफओ राजेश कुमार बताते हैं कि विभिन्न प्रजाति के परदेसी पक्षियों की यहां आने की शुरुआत अक्टूबर से हो जाती है. भारत में पक्षियों की 1300 से अधिक प्रजातियां हैं. जिनमें से तीन सौ से अधिक प्रजातियां वन विभाग के द्वारा हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में पाई जाती हैं. इसी प्रकार 40 से 50 प्रजातियों के पक्षी यहां बड़ी संख्या में आते हैं. यहां प्रजनन करते हैं और बड़े होते हैं. उसके बाद अपने अपने गंतव्य को एक समय के बाद लौट जाते हैं.

मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.

हजारों मील से पहुंचते हैं पक्षी : हस्तिनापुर सेंचुरी विशेषकर तोस्पून बिल, सारस क्रेन, ऑस्ट्रेलियाई सारस, इंडियन स्कीमर, ब्लैक नेक्ड, स्टोक, यूरेशियन कलीव, सुर्खाब, ब्लैक विंगड, स्टिल्ट विदेशी पक्षियों के साथ विभिन्न प्रकार के पक्षियों से गुलजार है. मेरठ वन रेंज के हस्तिनापुर के मखदूमपुर घाट, भीम कुंड क्षेत्र में साइबेरिया, चीन, पूर्वी यूरोप के पक्षी हजारों मील से हर साल यहां पहुंचते हैं. इतना ही नहीं 1 फुट से लेकर 5 फीट तक के विदेशी पक्षी यहां जब उड़ान भरते हैं तो सभी को लुभाते हैं.

मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.

हस्तिनापुर सैलानियों को लुभाता है : हस्तिनापुर वर्ड सेंचुरी पांच जिलों की 2073 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली है. यहां की खास बात यह है कि यहां जैविक विविधता देखने को मिलती है. इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में तेंदुए, बारहसिंगा, चीतल, हिरण, लंगूर, लोमड़ी, नीलगाय समेत विभिन्न प्रकार के यहां पर आपको पक्षी तो मौजूद हैं. वहीं गंगा नदी में घड़ियाल, डॉल्फिन कछुओं की चहलकदमी भी देखी जा सकती है. वर्तमान में तो सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र विदेशी पक्षी हैं. ऐसे में पांडव नगरी के नाम से मशहूर मेरठ के हस्तिनापुर में जहां तमाम ऐसे स्थान हैं जो कि पर्यटन का बड़ा केंद्र बिंदु है, वहीं यहां का वेटलेंड भी सैलानियों को खूब लुभाता है.

यह भी पढ़ें : राजस्थान: केवलादेव घना में प्रवासी पक्षियों ने डाला डेरा, पर्यटन के पटरी पर लौटने की उम्मीद

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हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में अठखेलियां कर रहे परदेसी परिंदे. देखें खबर

मेरठ : यूपी वेस्ट की हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी पक्षियों की चहल-पहल है. परदेसी परिंदे यहां उड़ान भर रहे हैं और सैलानियों को लुभा रहे हैं. अनेकों तरह के परदेसी परिंदों को बड़ी संख्या में अठखेलियां करते हुए देखा जा सकता है. यह वो नजारा है जिसे सर्दी सीजन में ही प्रकृति प्रेमी देख सकते हैं. देश के अलावा यहां परदेसी परिंदों की अठखेलियों सभी को लुभा रहीं हैं. आलम यह है कि जहां देश में विविध प्रकार की सैकड़ों वन्यजीवों की प्रजातियों को हस्तिनापुर वन्य जीव अभ्यारण्य में देख सकते हैं. वहीं बड़ी संख्या में देश के बाहर से भी परदेशी परिंदे यहां पहुंचककर अस्थाई प्रवास पर हैं.

मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.

अक्टूबर से हो जाती है पक्षियों के आने की शुरुआत : डीएफओ राजेश कुमार बताते हैं कि विभिन्न प्रजाति के परदेसी पक्षियों की यहां आने की शुरुआत अक्टूबर से हो जाती है. भारत में पक्षियों की 1300 से अधिक प्रजातियां हैं. जिनमें से तीन सौ से अधिक प्रजातियां वन विभाग के द्वारा हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में पाई जाती हैं. इसी प्रकार 40 से 50 प्रजातियों के पक्षी यहां बड़ी संख्या में आते हैं. यहां प्रजनन करते हैं और बड़े होते हैं. उसके बाद अपने अपने गंतव्य को एक समय के बाद लौट जाते हैं.

मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.

हजारों मील से पहुंचते हैं पक्षी : हस्तिनापुर सेंचुरी विशेषकर तोस्पून बिल, सारस क्रेन, ऑस्ट्रेलियाई सारस, इंडियन स्कीमर, ब्लैक नेक्ड, स्टोक, यूरेशियन कलीव, सुर्खाब, ब्लैक विंगड, स्टिल्ट विदेशी पक्षियों के साथ विभिन्न प्रकार के पक्षियों से गुलजार है. मेरठ वन रेंज के हस्तिनापुर के मखदूमपुर घाट, भीम कुंड क्षेत्र में साइबेरिया, चीन, पूर्वी यूरोप के पक्षी हजारों मील से हर साल यहां पहुंचते हैं. इतना ही नहीं 1 फुट से लेकर 5 फीट तक के विदेशी पक्षी यहां जब उड़ान भरते हैं तो सभी को लुभाते हैं.

मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.
मेरठ हस्तिनापुर बर्ड सेंचुरी में विदेशी मेहमान.

हस्तिनापुर सैलानियों को लुभाता है : हस्तिनापुर वर्ड सेंचुरी पांच जिलों की 2073 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली है. यहां की खास बात यह है कि यहां जैविक विविधता देखने को मिलती है. इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में तेंदुए, बारहसिंगा, चीतल, हिरण, लंगूर, लोमड़ी, नीलगाय समेत विभिन्न प्रकार के यहां पर आपको पक्षी तो मौजूद हैं. वहीं गंगा नदी में घड़ियाल, डॉल्फिन कछुओं की चहलकदमी भी देखी जा सकती है. वर्तमान में तो सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र विदेशी पक्षी हैं. ऐसे में पांडव नगरी के नाम से मशहूर मेरठ के हस्तिनापुर में जहां तमाम ऐसे स्थान हैं जो कि पर्यटन का बड़ा केंद्र बिंदु है, वहीं यहां का वेटलेंड भी सैलानियों को खूब लुभाता है.

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