मेरठ : यूपी में इन दिनों बिजली चोरी के मामले सुर्खियों में हैं. इस समय सबसे ज्यादा चर्चा में यूपी वेस्ट का संभल जिला है. अगर इस साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) के दायरे के जिलों में बिजली चोरी में सबसे आगे मुरादाबाद मंडल है. वहीं इस जोन के संभल जिले में सबसे ज्यादा बिजली चोरी के मामले भी दर्ज हैं. पढ़िए बिजली चोरी पर ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...
पश्चिमी यूपी के पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के दायरे में आने वाले 14 जिलों में सबसे ज्यादा कटियाबाजी के मामलों की बात करें तो इसमें मुरादाबाद जोन सबसे आगे है. इनमें संभल सबसे ज्यादा सुर्खियों में बना हुआ है. पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की महाप्रबंधक ईशा दुहन के अनुसार विभाग और विजिलेंस की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है.
मुरादाबाद मंडल में 7 हजार बिजली चोरी के मुकदमे : आंकड़ों के अनुसार पूरे डिस्कॉम में लगभग 34 हजार चोरी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं. PVVNL के दायरे में आने वाले 14 जिलों में से मुरादाबाद मंडल में 7 हजार बिजली चोरी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं. मुरादाबाद जोन में मुरादाबाद समेत रामपुर, संभल शामिल हैं. यहां लगातार ऐसे लोगों को चिह्नित करके उन पर कार्रवाई चल रही है. युवा आईएएस PVVNL एमडी ईशा दुहन कहती हैं कि सबसे ज्यादा बिजली चोरी के मामले संभल में ही हैं. रामपुर और बिजनौर में भी बिजली चोरी के मामले बाकी जिलों से अधिक ही हैं. बुलंदशहर में भी बिजली चोरी के मामले काफी ज्यादा दर्ज किए गए हैं.
मुजफ्फरनगर, सहारनपुर आदि जिलों में इतने मुकदमे : आंकड़ों पर नजर डालें तो मुरादाबाद जोन में कुल 7108 बिजली चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं. गौर करने वाली बात यह है कि ये संख्या इस वित्तीय वर्ष (अप्रैल 2024) के बाद से पिछले माह के अंत तक की है. इसी प्रकार मुजफ्फरनगर में बिजली चोरी के लगभग 5 हजार 600 मामले दर्ज हुए हैं. बुलंदशहर जोन लगभग 5 हजार 100 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं. सहारनपुर में 5300 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. मेरठ जोन में भी लगभग 4900 मुकदमे दर्ज हुए हैं. बिजली विभाग के मुताबिक नोएडा को अलग जोन में बांटा गया है यहां भी 1300 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं. गाजियाबाद में लगभग 3000 हजार से अधिक बिजली चोरी की एफआईआर दर्ज हैं. गजरौला में 3500 से अधिक चोरी के मामले दर्ज हैं.