मेरठ : मेरठ की परतापुर थाना पुलिस ने हनीट्रैप का गिरोह पकड़ा है. इसमें पांच युवक और दो युवतियां हैं. युवतियों अनजान नंबरों पर कॉल करके लोगों को अपने प्रेम जाल में फंसाने के बाद ब्लैकमेल करती थीं. दोनों युवतियां मुस्लिम, लेकिन वे अपना परिचय हिंदू लड़की होने का देती थीं. लोगों के झांसे में आने के बाद वे दुष्कर्म जैसे संगीन आरोप लगाकर रुपये ऐंठती थीं. जिनमें उनके साथी सहयोग करते थे. गिरफ्त में आए आरोपियों पर गाजियाबाद में भी मुकदमा दर्ज है.
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार रात पुलिस चेकिंग के दौरान कार और बाइक सवार सभी को रोक पूछताछ की गई तो इनकी असलियत सामने आई. इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया. इनमें खुद को शालू शर्मा बताने वाली एक युवती ने बीते दिनों परतापुर निवासी एक युवक पर रेप का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी. जांच में दुष्कर्म की बात झूठ निकली और शालू का वास्तविक नाम सुमैया पता चला. इसके अलावा उसकी भाभी, भाई के आधार कार्ड फर्जी पाए गए. युवक से 10 लाख रुपये की डिमांड की जा रही थी.
एसपी सिटी के अनुसार गिरोह की युवतियां खुद युवकों को अपने जाल में फसाकर स्वैच्छिक संबंध बनाती थीं. इसके बाद उनसे पैसे की डिमांड करती थीं. पैसे ने देने पर रेप केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठ लेने का काम करती थीं. हनीट्रैप गिरोह का मास्टर माइंड फिरोज नामक युवक है. इस मामल में दिल्ली राजीव नगर का रहने वाला आसिफ, फिरोज पुत्र इशहाक, मंडौली थाना हर्ष विहार दिल्ली, फहीम पुत्र मो फारूख साहिबाबाद, मेरठ के कसेरु खेड़ा क्षेत्र का रहने वाला अनिकेत, गाजियाबाद जनपद के भोजपुर का दीपक दो युवतियों सिमरन उर्फ रुहीना खान पुत्री अफजाल अशोक मोहल्ला मौजपुर उत्तर पूर्वी दिल्ली और सुमैया उर्फ शालू शर्मा मधू विहार दिल्ली को गिरफ्तार किया गया है.