धनबादः मरीज दवा के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचते हैं तो दवाइयों की कमी का रोना रोया जाता है. फिर मरीजों को दवा नहीं मिलने पर उन्हें मेडिकल स्टोर से खरीदना पड़ता है. वहीं दूसरी ओर जिले में दवाइयां रखे रखे एक्सपायर हो जा रही हैं. यही नहीं दवाइयों के एक्सपायर होने के बाद उन्हें जलाकर लापरवाही का साक्ष्य मिटाने की कोशिश की जाती है.
ताजा मामला बलियापुर प्रखंड के उप स्वास्थ्य केंद्र सलपतरा का है, जहां कैल्शियम, गर्भ निरोधक गोली छाया टैबलेट समेत कई दवाइयां एक्सपायर हो गई हैं, ना तो इसकी जानकारी मेडिकल ऑफिसर को है और ना ही वहां पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को. केंद्र पर मौजूद एएनएम से इसकी जानकारी ली गई तो उनका जवाब था कि मुझे यहां आए हुए महज दो महीने ही हुए हैं. मुझे इसकी जानकारी नहीं है.
वहीं मामले को लेकर बलियापुर प्रभारी डॉक्टर राहुल कुमार से बात भी बात की गई. उन्होंने बताया कि यह दवाइयां कोरोना संक्रमण काल की हैं. दवा एक्सपायर होने को लेकर जांच टीम गठित कर दी गई है. चार सदस्यीय टीम मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अब सवाल यह है कि जिन दवाओं को बीमार लोगों या जरूरतमंद को दिया जाना चाहिए था, वह आखिर एक्सपायर कैसे हो गई. वही दूसरी ओर बात करें तो लोग दवाइयों के लिए सरकारी अस्पतालों में लाइन में लगते हैं. अगर लोग यहां नहीं पहुंचते हैं तो वैसे अस्पतालों में यह दवाइयां वहां क्यों नहीं भेजी गई, जहां दवाओं की किल्लत है. यह लापरवाही नहीं तो आखिर क्या है.