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रेल यात्रियों की अब बल्ले बल्ले, रायपुर रेल मंडल में मिल रहा चकाचक चादर - MECHANISED LAUNDRY PLANT IN DURG

रेल यात्रियों को नीट एंड क्लीन बेड रोल देने के लिए मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट को अपग्रेड कर दिया गया है.

mechanised laundry plant upgraded
मुसाफिरों को मिल रहा चकाचक चादर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 2, 2024, 5:57 PM IST

Updated : Dec 2, 2024, 8:07 PM IST

रायपुर: रेल में सफर करने वाले मुसाफिरों की दशकों से ये शिकायत रही है कि उनको साफ चादर नहीं मिलते हैं. बदबूदार और दाग लगे चादर बेड रोल पैकेट में दिए जाते हैं. बोगी के अटेंडर से शिकायत किए जाने के बाद भी उनके बेड रोल चेंज नहीं किए जाते. मुसाफिरों की अब ये शिकायत दूर हो रही है.

ट्रेन यात्रियों के लिए अच्छी खबर: यात्रा में अब जब आप बेड रोल का पैकेट खोलेंगे तो आपको चकाचक चादर और पिलो कवर मिलेगा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने रायपुर रेल मंडल में मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट को अपग्रेड कर काम शुरु कर दिया है. आप अगर रायपुर रेल मंडल से ट्रेन का सफर शुरु करते हैं और बेड रोल की डिमांड करते हैं तो आपको बेहतरीन चादर प्रेस की हुई दी जाएगी.

मुसाफिरों को मिल रहा चकाचक चादर (ETV Bharat)

मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट: मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट जिसे हम (बिल्ड ऑन ऑपरेट एंड ट्रांसफर) भी कहते हैं. इसके अपग्रेड होने से ट्रेनों में साफ सफाई का दायरा बढ़ेगा. ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिरों को बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश शुरु हो चुकी है. दुर्ग में मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट को अपग्रेड किए जाने के बाद बेड रोल को निर्धारित मानकों के तहत साफ रखा जा रहा है. दुर्ग के मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट में धुलाई से लेकर सुखाने और प्रेस से लेकर मोड़ने तक का काम किया जा रहा है. साफ सफाई के सिस्टम को अपग्रेड किए जाने के बाद उसकी पैकिंग भी मुसाफिरों के नए रुप में मिल रही है.

लॉन्ड्री प्लांट की झमता 8 टन: मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट के बारे में बताते हुए सीनियर कोचिंग डिपो अधिकारी मनीष कुमार सिंघरॉय का कहना है कि लॉन्ड्री की क्षमता 8 टन है. एक बार में कपड़ों का बड़ा ढेर अलग अलग मशीनों में डालकर ऑटोमैटिक तरीके से साफ किया जाता है. अगर चादर में कहीं दाग है तो पहले कर्मचारी उसपर केमिकल लगाते हैं जिससे वाशिंग के दौरान वो पूरी तरह से साफ हो जाए.

सफाई के हिसाब से दो कैटेगरी में बांटे जाते हैं कपड़े: लॉन्ड्री प्लांट की मॉनिटिरिंग करने वाले अधिकारी ने बताया कि कम गंदा और दाग वाले चादरों को अलग अलग कैटेगरी में बांटा जाता है. धुलाई के बाद चादरों और पिलो कवर को पूरा नहीं सुखाया जाता. आधी सूखी चादरों को प्रेस मशीन में डाला जाता है. प्रेस मशीन का तापमान अपने तरीके से चादरों को सुखाता भी जाता है और प्रेस भी करता जाता है.

बेड रोल में मिलेंगे कड़क चादर: कपड़े को साफ किए जाने के बाद उसे बढ़िया तरीके से पैक किया जाता है. मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट की मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारी ने बताया कि रायपुर रेल डिविजन से शुरु होने वाली 14 ट्रेनों में से 11 रेलों में लिनन सेवा शुरु की गई है. रेलवे अधिकारी ने बताया कि इन 11 ट्रेनों के बाद ये सेवा आस्था स्पेशल, कुंभ स्पेशल जैसी बाकी ट्रेनों में भी शुरु किया जाएगा.

12 हजार बेडशीट हर दिन ट्रेनों में पहुंच रही: रेल अधिकारी के मुताबिक हर दिन 12 हजार धुली हुई बेडशीट ट्रेनों में यहां से पहुंचाई जा रही है. रेल अधिकारी ने मुसाफिरों से अपील करते हुए कहा कि मुसाफिरों को भी साफ सफाई पर ध्यान रखना चाहिए. जो बेड रोल उनको दिया जाता है उसका सही से इस्तेमाल करें. चादर को गंदा नहीं करें.

सोर्स: एएनआई

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रायपुर: रेल में सफर करने वाले मुसाफिरों की दशकों से ये शिकायत रही है कि उनको साफ चादर नहीं मिलते हैं. बदबूदार और दाग लगे चादर बेड रोल पैकेट में दिए जाते हैं. बोगी के अटेंडर से शिकायत किए जाने के बाद भी उनके बेड रोल चेंज नहीं किए जाते. मुसाफिरों की अब ये शिकायत दूर हो रही है.

ट्रेन यात्रियों के लिए अच्छी खबर: यात्रा में अब जब आप बेड रोल का पैकेट खोलेंगे तो आपको चकाचक चादर और पिलो कवर मिलेगा. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने रायपुर रेल मंडल में मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट को अपग्रेड कर काम शुरु कर दिया है. आप अगर रायपुर रेल मंडल से ट्रेन का सफर शुरु करते हैं और बेड रोल की डिमांड करते हैं तो आपको बेहतरीन चादर प्रेस की हुई दी जाएगी.

मुसाफिरों को मिल रहा चकाचक चादर (ETV Bharat)

मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट: मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट जिसे हम (बिल्ड ऑन ऑपरेट एंड ट्रांसफर) भी कहते हैं. इसके अपग्रेड होने से ट्रेनों में साफ सफाई का दायरा बढ़ेगा. ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिरों को बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश शुरु हो चुकी है. दुर्ग में मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट को अपग्रेड किए जाने के बाद बेड रोल को निर्धारित मानकों के तहत साफ रखा जा रहा है. दुर्ग के मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट में धुलाई से लेकर सुखाने और प्रेस से लेकर मोड़ने तक का काम किया जा रहा है. साफ सफाई के सिस्टम को अपग्रेड किए जाने के बाद उसकी पैकिंग भी मुसाफिरों के नए रुप में मिल रही है.

लॉन्ड्री प्लांट की झमता 8 टन: मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट के बारे में बताते हुए सीनियर कोचिंग डिपो अधिकारी मनीष कुमार सिंघरॉय का कहना है कि लॉन्ड्री की क्षमता 8 टन है. एक बार में कपड़ों का बड़ा ढेर अलग अलग मशीनों में डालकर ऑटोमैटिक तरीके से साफ किया जाता है. अगर चादर में कहीं दाग है तो पहले कर्मचारी उसपर केमिकल लगाते हैं जिससे वाशिंग के दौरान वो पूरी तरह से साफ हो जाए.

सफाई के हिसाब से दो कैटेगरी में बांटे जाते हैं कपड़े: लॉन्ड्री प्लांट की मॉनिटिरिंग करने वाले अधिकारी ने बताया कि कम गंदा और दाग वाले चादरों को अलग अलग कैटेगरी में बांटा जाता है. धुलाई के बाद चादरों और पिलो कवर को पूरा नहीं सुखाया जाता. आधी सूखी चादरों को प्रेस मशीन में डाला जाता है. प्रेस मशीन का तापमान अपने तरीके से चादरों को सुखाता भी जाता है और प्रेस भी करता जाता है.

बेड रोल में मिलेंगे कड़क चादर: कपड़े को साफ किए जाने के बाद उसे बढ़िया तरीके से पैक किया जाता है. मैकेनाइज्ड बूट लॉन्ड्री प्लांट की मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारी ने बताया कि रायपुर रेल डिविजन से शुरु होने वाली 14 ट्रेनों में से 11 रेलों में लिनन सेवा शुरु की गई है. रेलवे अधिकारी ने बताया कि इन 11 ट्रेनों के बाद ये सेवा आस्था स्पेशल, कुंभ स्पेशल जैसी बाकी ट्रेनों में भी शुरु किया जाएगा.

12 हजार बेडशीट हर दिन ट्रेनों में पहुंच रही: रेल अधिकारी के मुताबिक हर दिन 12 हजार धुली हुई बेडशीट ट्रेनों में यहां से पहुंचाई जा रही है. रेल अधिकारी ने मुसाफिरों से अपील करते हुए कहा कि मुसाफिरों को भी साफ सफाई पर ध्यान रखना चाहिए. जो बेड रोल उनको दिया जाता है उसका सही से इस्तेमाल करें. चादर को गंदा नहीं करें.

सोर्स: एएनआई

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Last Updated : Dec 2, 2024, 8:07 PM IST
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