नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ने ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग के विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. कुल 28 छात्र अपने सुझावों के साथ आयुक्त से मिले. आयुक्त ने छात्रों से विस्तृत चर्चा की और उनके विचार जाने. इस दौरान छात्रों ने अनुरोध किया कि क्षेत्र में संपत्ति मालिकों/डीलरों द्वारा वसूले जा रहे किराए, सिक्योरिटी जमा करने और ब्रोकरेज शुल्क में विकृतियों को दूर करने के लिए एक कानूनी ढांचा बनाया जाना चाहिए.
आयुक्त ने छात्रों की चिंता के प्रति अपनी सहमति प्रकट की और कहा कि इस समस्या के निदान के लिए आवश्यक कानूनी ढांचा चाहिए. उन्होंने कहा कि इस शोषण से निपटने का तरीका शायद विकसित क्षेत्रों में स्थित शिक्षा केंद्र और कोचिंग हब विकसित करके कोचिंग केंद्रों का विस्तार करना है. आयुक्त ने आवासीय क्षेत्रों में भीड़भाड़ कम करने की आवश्यकता पर बल दिया, जो कि भीड़ भरी बस्तियों में तब्दील हो रहे हैं, ताकि छात्रों को अपने सपनों को साकार करने में किसी भी बुनियादी ढांचे की अड़चन का सामना न करना पड़े.
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छात्रों ने घटना में मारे गए तीनों छात्रों के परिवारों के लिए वित्तीय सहायता का अनुरोध किया. इस संदर्भ में छात्रों को अवगत कराया गया कि सरकारी मानदंडों के अनुसार अनुग्रह राशि पहले ही जारी की जा चुकी है. आगे की सहायता के संबंध में दिए गए सुझावों पर ध्यान दिया जाएगा. छात्रों ने क्षेत्र में अस्वच्छ रसोई और भोजन परोसने वालों का मुद्दा भी उठाया. छात्रों ने कहा कि ओल्ड राजेंद्र नगर में कई घटिया और अस्वच्छ भोजन परोसने वाले, ढाबे, डब्बावाले और रेस्तरां हैं. आयुक्त ने जन स्वास्थ्य विभाग को ऐसे भोजनालयों और रसोई का नियमित दौरा करने और उनकी स्वच्छता की स्थिति की जांच करने का निर्देश दिया. उन्होंने जोर दिया कि यह कार्य छात्रों के साथ समन्वय में किया जाना चाहिए और भ्रष्टाचार या इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा न मिले.
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