बुलंदशहर: यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुलंदशहर में कहा कि बसपा सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की नीति पर काम करती है. कांग्रेस की तरह बीजेपी भी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. विकास के नाम पर किसानों की जमीन अधिकृत की जाती है. लेकिन उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिलता है. सरकारी कर्मचारियों के आरक्षण में भी भाजपा सरकार ने गलत काम किया है.
बीजेपी और आरएसएस हिंदुत्व की आड़ में अल्पसंख्यक समाज पर जुल्म कर रहे हैं. गरीब की हालत खराब है. किसान पिछड़ा वर्ग परेशान है. देश में गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ा है. विरोधी पार्टियों साम, दाम, दंड, भेद की नीति अपनाकर सत्ता हथियाना चाहती हैं. और हमें उन्हें यह करने से रोकना है.
मायावती ने कहा कि इस बार चुनाव में गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से गुर्जर समाज की बजाय क्षत्रिय समाज के प्रत्याशी को मैदान में उतारा है. चुनावी समीकरण को देखते हुए यह निर्णय लिया गया, क्योंकि पिछली बार जब गुर्जर समाज से प्रत्याशी को मैदान में उतारा था तो अन्य पार्टी से भी इस समाज का प्रत्याशी मैदान में आ गया. इससे गुर्जर समाज का वोट बंट गया और बीजेपी का उम्मीदवार जीत गया. इस बार बीजेपी को जीतने से रोकने के लिए क्षत्रिय समाज के प्रत्याशी को गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है. जबकि गौतम बुद्ध लोकसभा से सटी बुलंदशहर लोकसभा सीट पर गिरीश चंद्र जाटव को प्रत्याशी बनाया है.
उन्होंने कहा कि, आजादी के बाद देश के काफी राज्यों में सत्ता कांग्रेस पार्टी के हाथों में रही. लेकिन गलत कार्यप्रणाली के चलते केंद्र की सत्ता से बाहर होना पड़ा. यही स्थति इनकी सहयोगी पार्टी की रही है. यही स्थति अब बीजेपी हो रही है. इनकी कथनी और करनी में अंतर है. एक चौथाई काम भी नहीं किया गया. इस बार बीजेपी भी केंद्र की सत्ता में आसानी से वापस आने वाली नहीं है. बर्शते इस चुनाव में ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी नहीं की जाती तो. इनका नाटक जुमलेबाजी और गारंटी काम आने वाली नहीं है. इनकी पार्टी ने देश के गरीबों, कमजोर तबको अन्य मेहनत कश लोगों को असंख्य वायदे किए जो हवाहवाई रहे. जमीनी हकीकत में एक चौथाई काम भी नहीं किया गया.