मथुरा: धर्म नगरी वृंदावन में पर्यटकों को आकर्षित करने और उनकी संख्या में इजाफा करने के उद्देश्य से मथुरा क्रूज लाइंस की ओर से यमुना में क्रूज सेवा प्रारंभ की गई थी. इसका नाम गरुण क्रूज सेवा रखा गया था लेकिन, बार-बार आ रही समस्याओं के चलते और श्राप के डर से अब कंपनी ने इसका नाम बदलकर बृज रथ रख दिया है.
बताया जा रहा है कि पिछले 6 माह से लगातार कोई न कोई समस्या आ रही थी, जिसके चलते कंपनी ने निर्णय लिया कि क्रूज का नाम बदल दिया जाए. बताया जा रहा है कि प्राचीन काल में सौभरी ऋषि ने गरुण को वृंदावन की सीमा से बाहर रहने का श्राप दिया था. कंपनी के अधिकारियों का मानना है कि इसी श्राप के चलते मथुरा में गरुण नाम से क्रूज नहीं चल पा रहा है. इसलिए इसका नाम बदल दिया गया है.
क्रूज लाइंस के चेयरमैन राहुल शर्मा ने बताया कि पहले हमें अच्छा रिस्पांस मिल रहा था. ऑनलाइन बुकिंग अच्छी चल रही थी पर कोई न कोई ऐसी समस्या आती थी कि बुकिंग अंतिम समय में कैंसिल हो जाती थी. कई बार यहां आने के बाद कोई समस्या हो जाती थी.
सभी बुकिंग में समस्या नहीं होती थी लेकिन, ज्यादातर बुकिंग में समस्या आ रही थी. कुछ ऐसी समस्याएं सामने आ रही थी जिसकी उम्मीद नहीं थी. हमें ऐसा शक था कि यहां के स्थानीय लोग यह समस्या उत्पन्न कर रहे हैं. इसके बाद हमें एक पंडित जी ने बताया कि आपने जो नाम रखा है वह गलत है.
इस पर तत्काल हमने इस नाम को बदल दिया है. क्योंकि, इसमें हमें किसी की अनुमति की जरूरत नहीं थी तो जो कई दिनों से परेशानियां पता नहीं चल पा रही थी जिन परेशानियों की पहचान नहीं हो पा रही थी कि यह क्यों उत्पन्न हो रही है, नाम बदलने के बाद वह सारी चीज ठीक हो गईं और हमारे लिए बहुत अच्छा अनुभव रहा.
ये भी पढ़ेंः दिगंबर अणि अखाड़े; साधु-संतों के एक हाथ में माला दूसरे में रहता भाला, कहलाते हैं बैरागी