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सरकारी बैंक खातों से लाखों गायब करने वाला गिरफ्तार, तरीका जान आप भी जाएंगे चौक - mastermind of fraud arrested

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 20, 2024, 5:17 PM IST

उत्तराखंड के पौड़ी जिले की यमकेश्वर तहसील के सरकारी खातें से लाखों रुपए उड़ाने वाले गिरोह का सरगना आखिरकार आज पुलिस के हाथ आ ही गया. लेकिन इस गिरोह का तरीका देख पुलिस की हैरान रह गई. आप भी जानिए कैसे इस गिरोह ने सरकारी खातों से लाखों रुपए ठगे.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. (ETV Bharat)

पौड़ी: उत्तराखंड के पौड़ी जिले में सरकारी खाते से धोखाधड़ी कर करीब 11 लाख रुपए से ज्यादा हड़पने वाले गिरोह के सरगाना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपने गिरोह के साथ मिलकर करीब 13 कूटरचित चैकों के 11,17,027 रुपए की ठगी की थी.

पौड़ी एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरोपी बिहार का रहने वाला है, जो इस कांड के बाद से ही फरार चल रहा था. पुलिस आरोपी की तलाश में लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी, लेकिन वो हर बार पुलिस के हाथ से निकलकर भाग जाता है. हालांकि इस बार उसकी होशियारी काम नहीं और पुलिस को जैसी ही आरोपी के बिहार में होने की खबर मिली, तत्काल पौड़ी से पुलिस टीम बिहार रवाना की गई.

पौड़ी एसएसपी लोकेश्वर सिंह के मुताबिक पुलिस टीम ने आरोपी को पटना जिले के कदमकुवा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम गोरे लाल यादव है, जो धोखाधड़ी से इस गिरोह का सदस्य है. पुलिस के मुताबिक आरोपी के खिलाफ बिहार के कई थानों में हत्या और रंगदारी जैसे आपराधिक मुकदमें दर्ज है.

ठगी करने का तरीका: पुलिस ने बताया कि बिहार निवासी निहाल सिंहा और रोहित राज इस मामले में पहले ही जेल जा चुके है. पुलिस पूछताछ में गोरे लाल यादव ने बताया कि वह अपने गैंग के साथ बैंकों से सरकारी निकायों, कार्यालयों के चैक व खाता संख्या आदि की जानकारी लेकर उनके फर्जी चैक बुक का क्लोन तैयार करता था, जिसके बाद क्लोन को वह विभिन्न खातों में लगाकर पैसा निकाल लेते हैं.

आदिवासियों के नाम पर लेते है सिम: गैंग मुख्य रूप से गरीब आदिवासी क्षेत्रों में रह रहे अशिक्षित लोगों को प्रलोभन देकर उनके आधार कार्ड व फर्जी सिम बना लेते. इससे गैंग सैकडों फर्जी खाते खुलवाकर देश के भिन्न-भिन्न सरकारी निकायों/कार्यालयों के खातों और चैकों की जानकारी लेकर ठगी करते थे.

तहसीलदार ने की थी मामले की शिकायत: पौड़ी पुलिस ने बताया कि नवंबर 2023 में यमकेश्वर तहसीलदार सुधा डोभाल ने तहसील के सरकारी खाते की चैक बुक से कुछ अज्ञात लोगों द्वारा गलत इस्तेमाल करने की ​शिकायत पुलिस से की. जिसमें उन्होंने कहा कि इस खाते से 13 कूटरचित चैक विभिन्न खाता धारकों के खातों में लगाकर कुल 11,17,027 रुपये की धोखाधड़ी की गयी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

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पौड़ी: उत्तराखंड के पौड़ी जिले में सरकारी खाते से धोखाधड़ी कर करीब 11 लाख रुपए से ज्यादा हड़पने वाले गिरोह के सरगाना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपने गिरोह के साथ मिलकर करीब 13 कूटरचित चैकों के 11,17,027 रुपए की ठगी की थी.

पौड़ी एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरोपी बिहार का रहने वाला है, जो इस कांड के बाद से ही फरार चल रहा था. पुलिस आरोपी की तलाश में लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी, लेकिन वो हर बार पुलिस के हाथ से निकलकर भाग जाता है. हालांकि इस बार उसकी होशियारी काम नहीं और पुलिस को जैसी ही आरोपी के बिहार में होने की खबर मिली, तत्काल पौड़ी से पुलिस टीम बिहार रवाना की गई.

पौड़ी एसएसपी लोकेश्वर सिंह के मुताबिक पुलिस टीम ने आरोपी को पटना जिले के कदमकुवा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम गोरे लाल यादव है, जो धोखाधड़ी से इस गिरोह का सदस्य है. पुलिस के मुताबिक आरोपी के खिलाफ बिहार के कई थानों में हत्या और रंगदारी जैसे आपराधिक मुकदमें दर्ज है.

ठगी करने का तरीका: पुलिस ने बताया कि बिहार निवासी निहाल सिंहा और रोहित राज इस मामले में पहले ही जेल जा चुके है. पुलिस पूछताछ में गोरे लाल यादव ने बताया कि वह अपने गैंग के साथ बैंकों से सरकारी निकायों, कार्यालयों के चैक व खाता संख्या आदि की जानकारी लेकर उनके फर्जी चैक बुक का क्लोन तैयार करता था, जिसके बाद क्लोन को वह विभिन्न खातों में लगाकर पैसा निकाल लेते हैं.

आदिवासियों के नाम पर लेते है सिम: गैंग मुख्य रूप से गरीब आदिवासी क्षेत्रों में रह रहे अशिक्षित लोगों को प्रलोभन देकर उनके आधार कार्ड व फर्जी सिम बना लेते. इससे गैंग सैकडों फर्जी खाते खुलवाकर देश के भिन्न-भिन्न सरकारी निकायों/कार्यालयों के खातों और चैकों की जानकारी लेकर ठगी करते थे.

तहसीलदार ने की थी मामले की शिकायत: पौड़ी पुलिस ने बताया कि नवंबर 2023 में यमकेश्वर तहसीलदार सुधा डोभाल ने तहसील के सरकारी खाते की चैक बुक से कुछ अज्ञात लोगों द्वारा गलत इस्तेमाल करने की ​शिकायत पुलिस से की. जिसमें उन्होंने कहा कि इस खाते से 13 कूटरचित चैक विभिन्न खाता धारकों के खातों में लगाकर कुल 11,17,027 रुपये की धोखाधड़ी की गयी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

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