बागेश्ववर: उत्तराखंड में इन दिनों फायर फॉरेस्ट की घटनाएं सुर्खियां बटोर रही हैं. फायर फॉरेस्ट की घटनाओं से वन संपदा के साथ ही दूसरे नुकसान भी हो रहे हैं. आज कठायतबाड़ा के पास सड़क किनारे राशन से भरा ट्रक आग की भेंट चढ़ गया. अगर समय पर पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती तो करीब 22 वाहन आग की चपेट में आ जाते. दमकल विभाग ने बमुश्किल आग पर काबू किया. इस दौरान मौके पर लोगों की भीड़ लग गई. वन विभाग ने जंगल की आग के बजाए नाप भूमि से आग फैलने की बात कही है.
पंकज भट्ट निवासी जागेश्वर हाल निवासी कठायतवाड़ा कॉलेज गेट पर परचून की दुकान वालों का ट्रक संख्या यूके-01-सीए-0633 कठायतवाड़ा से आगे मोड़ पर खड़ा था. रविवार की शाम करीब चार बजे जंगल से फैली आग की चपेट में आने से ट्रक जलकर खाक हो गया. वाहन स्वामी ने बताया वाहन में करीब छह लाख का सामान था. आग लगने की सूचना मिलते ही कोतवाल कैलाश सिंह नेगी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया जहां ट्रक जला था वहां पर कई गाड़ियां और खड़ी थी. सभी वाहनों का ऑनलाइन नंबर लेकर उनके चालकों को मौके पर बुलाया गया. इस दौरान कुछ गाड़ियों को धक्का मारकर साइड किया गया. ऐसा कर मौके पर बड़े हादसे को होने से टाला गया.
अग्निशमन अधिकारी गोपाल रावत और उनकी फायर की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया. रेंजर एसएस करायत ने बताया आग नाप भूमि से सिविल भूमि में फैली. इस आग से वाहन चपेट में आया है. वाहनों की लंबी कतार लगी थी, वहां नो पार्किंग जोन है. पुलिस ने कई बार यहां वाहनों का चालान भी किया, लेकिन वाहन स्वामी लंबे समय से यहां वाहन खड़ा करते हैं. अब वह यहां वाहन खड़ा करना अपना हक समझते हैं. चालान काटने पर पुलिस से उलझते भी हैं. कोतवाल नेगी ने बताया उन्होंने कई बार यहां वाहन न करने की बात कही है. इसी बात पर लोग उनसे उलझते हैं.
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