राजनांदगांव: मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 12 जोड़ों ने शादी के सात फेरे एक साथ लिए. सामूहिक विवाह का ये आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर किया गया. आयोजन में शहर के जाने माने लोगों को मेहमान की तरह आमंत्रित किया गया. मौके पर मौजूद मेहमानों ने नवविवाहितों को शादी की शुभकामनाएं दी. जिन जोड़ों ने यहां शादी की उसमें कुछ जोड़ों का विवाह बौद्ध तो कुछ जोड़ों का विवाह हिंदू रीति रिवाज से हुआ.
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: सामूहिक विवाह में शामिल होने वाले जोड़ों ने प्रशासन को धन्यवाद दिया है. नवविवाहितों का कहना था कि इस तरह के आयोजन से उनका खर्च भी बचता है और परेशानी भी कम होती है. शासन की ओर से गरीब परिवार की बेटियों और बेटों की शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की शुरुआत की गई है. सामूहिक विवाह का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला प्रशासन की ओर से किया जाता है.
सरकार ने इस तरह का आयोजन किया है उससे मिडिल क्लास के परिवार वालों को बड़ी राहत है. गरीबों के लिए ये योजना काफी बढ़िया है. :हर्ष जाटव, हितग्राही
आज के आयोजन में तीन शादियां हमने बौद्ध रीति रिवाज और 9 जोड़ों को शादी हिंदू रिति रिवाज से संपन्न कराई है. :रीना ठाकुर, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग
12 जोड़ों ने लिए एक साथ सात फेरे: छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का मकसद गरीब परिवार की बेटियों की शादी करना और उनको आर्थिक मदद देना है. योजना के तहत विवाह के लिए जरुरी खर्चे का इंतजाम महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला प्रशासन करती है. योजना के तहत वर वधू को एक निश्चित राशि भी दी जाती है.