बलौदाबाजार भाटापारा: होली के दौरान उपद्रवी हुडदंग न कर सकें, इसके लिए जिला प्रशासन ने शांति समिति की बैठक की थी. जिसमें नगर पालिका ने बाजार में मुखौटा बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया था. पुलिस ने दुकानदारों को कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी, लेकिन इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है. बाजार में धड़ल्ले से दुकानदार मुखौटे बेच रहे हैं.
मार्केट में धड़ल्ले से बिक रहा मुखौटा : जिला प्रशासन ने शांति समिति की बैठक कर लोगों से होली को शांति पूर्ण तरीके से होली मानने की अपील की थी. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को नगर पालिका के अधिकारियों के बीच समन्वय बनाने की बात कही गई थी. लेकिन प्रतिबंध के बावजूद बाजार में मुखौटा बिकता रहा. इसके खिलाफ न तो पुलिस ने कोई कार्रवाई की और न ही नगर पालिका अधिकारियों ने कोई कार्रवाई किया.
"शिकायत मिली, वहां कार्रवाई की गई": अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अविनाश ठाकुर ने कहा, "जहां से शिकायत मिली, वहां कार्रवाई की गई है. आगे भी जहां से शिकायत मिलेगी, उसके आधार पर कार्रवाई करेंगे." हालांकि, दूसरे जिलों और भाटापारा में पुलिस ने नगर पालिका के साथ मिलकर मुखौटे पर संयुक्त कार्रवाई की है.
दरअसल, होली के दौरान कार या बाइक पर सवार होकर शहर में हुड़दंग करने वाले ऐसे मुखौटे लगाकर का इस्तामाल करते हैं. मुखौटों की वजह से इन उपद्रवियों की पहचान नहीं हो पाती और ये पुलिस के हाथों से बच निकलते हैं. इसीलिए मुखौटा बेचने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया था. लेकिन बलौदाबाजार के मार्केट में बैन का असर नहीं दिख रहा. कारोबारी खुलेआम मुखौटे बेच रहे हैं. अब देखना होगा कि आगे पुलिस, जिला प्रशासन और नगर पालिका इसके खिलाफ क्या एक्शन लेती है.