पटना : बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बहाल करने को लेकर लगातार बिहार का पटना प्रशासन तत्परता दिखा रहा है, लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही के कारण अस्पतालों में आए दिन को हंगामा हो रहा है. ऐसे में शुक्रवार को अनुमंडल अस्पताल मसौढ़ी में मरीजों का घंटों हो हंगामा होता रहा.
मरीज देखते ही काउंटर बंद : दरअसल, दवा काउंटर पर मरीजों का दवा लेने के लिए लंबी लाइन लगी हुई थी. दोपहर 2:00 बजे तक सभी चिकित्सक अपने-अपने ओपीडी में मरीजों को देखकर पर्ची पर दवा लिख दिए. वहीं मरीज जब दवा काउंटर पर दवा लेने पहुंचे तो लंबी लाइन लगी हुई होने के बावजूद 2 बजे ही दवा काउंटर बंद कर भाग निकले.
''हम लोग दूर दराज गांवों से आए हैं, अस्पताल में इलाज कराने, दवा लेने के लिए. जैसे ही काउंटर पर गए सभी कर्मचारी दवा काउंटर छोड़कर भाग निकले.''- सविता कुमारी, सुधीरचक, मसौढ़ी
काउंटर बंद होते ही हंगामा : ऐसे में दवा लेने से वंचित मरीजों ने जमकर हंगामा किया. कहा कि जो मरीज लाइन में लगे थे कम से कम उसे दवा दे देनी चाहिए थी. हम सभी 18 किलोमीटर दूरी गांव से अनुमंडल अस्पताल दवा लेने के लिए आए थे, लेकिन अब क्या होगा? घंटों हो हंगामा के बाद अनुमंडल पदाधिकारी ने अस्पताल कर्मचारियों को डांटते हुए सभी मरीजों को दवा देने का आश्वासन दिया.
''डॉक्टर साहब 2:00 तक दवाई का पूर्जा बना दिए, लेकिन दवा लेने के लिए गए हम लोग लाइन में लगे हुए थे, दवा काउंटर छोड़कर कर्मचारी भाग गया.'' - मंटू कुमार, कादरीगंज
अधिकारियों के हस्तक्षेप से सुलझा मामला : बहरहाल वरीय पदाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद मरीज को दवा तो मिल गयी लेकिन अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता और लापरवाही के कारण इसी तरह से रोज अस्पतालों में हो हंगामा की नौबत बन रहती है. ऐसे में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा को लेकर कर्मचारियों पर कार्रवाई की थी जरूरत है, तभी अस्पताल में मरीजों की मिलने वाली सारी सुविधाएं ससमय में मिलेगी और स्वास्थ्य कर्मचारी भी ड्यूटी पर मुस्तैद रहेगें.
''मरीज के परिजनों द्वारा हमें फोन से खबर मिली है. अविलंब हमने अस्पताल मैनेजर को फोन कर जो लाइन में लगे हुए मरीज थे उन्हें दवा देने का निर्देश दिए हैं.''- अमित कुमार पटेल अनुमंडल पदाधिकारी
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