धनबाद: जिला के गोल्फ ग्राउंड में सोमवार को मार्क्सवादी समन्वय समिति का माले में विलय हो गया. मार्क्सवादी समन्वय समिति का गठन मार्क्सवादी विचारक कामरेड स्व. एके राय ने रखी थी. उनके निधन के बाद पार्टी शांत पड़ गई थी. गोल्फ ग्राउंड में एकता रैली के माध्यम से पार्टी का विलय माले में हुआ. हजारों की संख्या में लोग रैली में शामिल हुए. माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के अलावा पोलित ब्यूरो के सदस्य एकता रैली में शिरकत की. निरसा के मासस से पूर्व विधायक अरूप चटर्जी और सिंदरी के पूर्व आनंद महतो भी कार्यक्रम में मौजूद रहे.
ईटीवी भारत से बातचीत में राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि एकता रैली में बड़ी संख्या में लोग काफी उत्साह के साथ शामिल हुए. मासस के पास एक जबदस्त इतिहास झारखंड आंदोलन और कोयला मजदूरों का है. उसी तरह माले के पास भी लंबा इतिहास है. दोनों अपने इतिहास के साथ एक नया इतिहास लिखने के लिए विलय हुआ है. झारखंड में कब्जा जमाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की पूरी साजिश हो रही है. भाजपा झारखंड को कॉरपोरेट लूट का अड्डा बनाने का साजिश रच रहे हैं. हमलोगों ने नारा दिया भाजपा हटाओ लूट मिटाओ, वह बिल्कुल सही नारा है.
उत्तरी छोटानागपुर इलाके में लोकसभा चुनाव में हम जीत हासिल नही कर सके. उत्तरी छोटानगपुर का इलाका जहां इंडिया गठबंधन कमजोर पड़ता है. मासस और माले की एकता से वामपंथ को बल मिलेगा. वामपंथ जितना मजबूत होगा उतना ही इंडिया गठबंधन को फायदा होगा. बीजेपी की तोड़फोड़ की राजनीति के बीच हम जोड़ने का काम कर रहे हैं. बीजेपी तो जेएमएम को तोड़ने की कोशिश में लगी हुई है.
मंईयां सम्मान योजना पर उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में जो योजना है वह उनके लिए अच्छी और सही है. किसी दूसरे राज्य की योजना को वह गाली देते हैं. कोई भी योजना है अगर महिलाओं को लाभ मिल रहा है, तो बीजेपी को सवाल खड़ा करने का कोई तुक नहीं बनता है. सिपाही बहाली में हुई युवाओं की मौत पर उन्होंने कहा कि यह काफी दुःख की बात है. देश के हर कोने में ऐसा होता है. जिनकी मौत हुई है उन्हे मुआवजा मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि रोजगार के मोर्चे पर राज्य सरकार को और काम करने की जरूरत है. रोजगार एक राष्ट्रीय सवाल है. राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार को इस पर काम करने की जरूरत है.
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