फरीदाबादः शिक्षा के बिना जीवन अंधकारमय होता है. वर्तमान में महंगाई के दौर में ज्यादातर अभिभावकों के लिए परिवार का पेट पालना कठिन होता है. खासकर ऐसे में शिक्षा का खर्च उठाना परिवार के लिए असंभव है. ऐसे में फरीदाबाद स्थित सर्व सेवा ट्रस्ट जरूरतमंद परिवार के बच्चों के जीवन में शिक्षा की लौ जला रहा है. ट्रस्ट की ओर से कई सेंटरों पर बच्चों के लिए मुफ्त पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है.
1500 बच्चों को मिल रही है मुफ्त शिक्षा: सर्व सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी अशोक कुमार ने बताया कि एक दिन हम सारे दोस्त आपस में बात कर रहे थे. तभी हमने सोचा कि क्यों ना गरीब बच्चों के लिए कुछ किया जाए. इसी सोच के साथ हम लोगों ने एक साल पहले सर्व सेवा ट्रस्ट का निर्माण किया. इसके बाद हम सदस्यों ने आपसी सहयोग से गरीब बच्चों को पढ़ना शुरू किया. अभी 1500 के करीब गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जा रही है.
10 सेंटरों पर दी जा रही है शिक्षा: ट्रस्टी अशोक कुमार ने बताया कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ पाठ्य सामग्री जैसे किताबें, कॉपी, पेंसिल,बैग, कपड़े दिए जाते हैं. इसके अलावा उनके खान-पान से लेकर मेडिकल फैसिलिटी तक हमारी संस्था की ओर से मुफ्त में दी जाती है. अगर बच्चों के पेरेंट्स के पास किसी भी चीज की कमी होती है तो यह सर्व सेवा ट्रस्ट सबसे आगे बढ़कर उनकी भी मदद करता है. उन्होंने कहा कि पूरे फरीदाबाद में 10 जगह हमारी संस्था की ओर से बच्चों के लिए ऐसे सेंटर चलाए जा रहे हैं.
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'शिक्षा के अभाव में बच्चे पड़ते हैं गलत संगत में:' ट्रस्टी ने बताया कि आसपास के इलाके में पैसे के अभाव में गरीब बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं. माता-पिता परिवार चलाने के लिए संसाधनों को जुटाने में व्यस्त होने के कारण वे गलत संगत में पड़ जाते हैं. अंत में ये बच्चे न सिर्फ अपने परिवार के लिए बल्कि कई बार पूरे समाज के लिए परेशानी का कारण बन जाते हैं. इसी को ध्यान में रखकर स्लम और आसपास के मोहल्ले के गरीब बच्चों के लिए शिक्षा पर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि ट्रस्ट को चलाने के हम सारे ट्रस्टी दोस्त मिलकर पूरा खर्चा उठाते हैं. कभी-कभी कुछ लोग मदद भी कर देते हैं. सरकार और संपन्न लोगों से हमारी मांग है कि हमारी मदद करें, ताकि आने वाले दिनों में और भी ज्यादा बच्चों के लिए हम काम कर सकें.
मैं भी एक गरीब परिवार से आता हूं. मैंने गरीबी देखी है. मेरे माता-पिता के पास मुझे पढ़ने के लिए पैसे नहीं थे. इस कारण मैं पढ़ नहीं सका. लेकिन मैंने कड़ी मेहनत के साथ सफलता पाई और अपने बच्चों को खूब पढ़ाया मेरे सभी बच्चे अब सेटल हैं. जब भी मैं सड़कों पर निकलता था और गरीब बच्चों को देखता था तो मुझे अपनी बचपन की याद आ जाती थी. इसको लेकर मैंने सोचा क्यों नहीं गरीब बच्चों को पढ़ाया जाए और इसी को लेकर हमने ट्रस्ट खोला. अब हम गरीब बच्चों को पढ़ा रहे हैं. इन बच्चों को पढ़ता देख ऐसा लग रहा है कि हम दोबारा अपनी जिंदगी जी रहे हैं जो पल हमने गरीब के कारण खो दिया उसको अब हम जी रहे हैं.-राम प्रकाश सिंह, ट्रस्टी, सर्व सेवा ट्रस्ट
12वीं तक के बच्चे करते हैं पढ़ाई: ट्रस्ट में पढ़ाई करने वाले छात्र ध्रुव ने बताया कि मैं छठी क्लास में पढ़ता हूं. रोजाना पढ़ाई के साथ-साथ मुझे खाने-पीने की भी सुविधा मिल रही है. वहीं ट्रस्ट में बच्चों को पढ़ने वाली टीचर ज्योति ने बताया कि यहां पर फर्स्ट से लेकर 12वीं तक के बच्चे पढ़ने आते हैं. सभी गरीब परिवार के बच्चे हैं.