पटना: बिहार में बाढ़ के साथ अब डायरिया का कहर जारी है. राजधानी पटना से सटे धनरूआ प्रखंड के अमरपुरा गांव में करीब दो दर्जन ग्रामीण अचानक डायरिया के चपेट में आ गए और देखते ही देखते उनकी तबियत बिगड़ने लगी है. सूचना पाकर धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ केंद्र से चिकित्सकों की एक टीम गांव में पहुंची है और ग्रामीणों का इलाज शुरू कर दिया है. इसमें गंभीर रूप से बीमार पांच ग्रामीणों को धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ केंद्र लाकर इलाज किया जा रहा है.
डायरिया की चपेट में दर्जनों ग्रामीण: हालांकि सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में भर्ती कराए गए पांचो मरीज कुछ ही समय बाद अपने परिजनों के साथ वहां से निकल गए. वो किसी निजी नर्सिंग होम में अपना इलाज करा रहे हैं. इधर अमरपुरा गांव में डायरिया की बीमारी फैलने के बाद चिकित्सकों की टीम अलर्ट हो गई है और गांव में घर-घर जाकर मरीजों की सूची तैयार करने में जुट गई है. डायरिया से ग्रषित होने वाले ग्रामीणों में बबलू चौधरी, प्रिया कुमारी, पूजा कुमारी, सुषमा कुमारी, मोहन चौधरी समेत अन्य शामिल हैं.
कैसे फैल रहा डायरिया: धनरूआ सामुदायिक स्वास्थ केंद्र की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रतिभा कुमारी ने बताया कि अबतक डायरिया से ग्रसित 15 लोगों को चिन्हित किया गया है. इसके रोकथाम को लेकर कई प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि गांव में बारिश का पानी कई दिनों से जमा रहने से बदबू आने लगी थी. इस दौरान साफ-सफाई का पूरा धयान नहीं रखा गया. कई ग्रामीणों ने दूषित पानी का भी सेवन कर लिया जिससे वे उक्त बीमारी के चपेट में आ गए.
"पांच मरीजों को स्वास्थ केंद्र में लाकर इलाज किया जा रहा था लेकिन बाद में उनके परिजन उन्हें वहां से किसी निजी नर्सिंग होम में लेकर चले गए. फिलहाल पूरे गांव में इसके रोकथाम के लिए रविवार से ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा. अमरपुरा गांव में जैसे ही डायरिया की सूचना मिली है वहां चिकित्सा टीम पहुंच गई है."-प्रभा रानी, चिकित्सा पदाधिकारी, धनरूआ