नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल संदीप की मौत के मामले में कई जानकारियां सामने आई है. पुलिस एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद दूसरे आरोपी रजनीश हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वहीं तीस हजारी कोर्ट ने आरोपी रजनीश को तीन अक्टूबर तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस ने उसकी पांच दिन की हिरासत की मांग की थी, जबकि आरोपी की तरफ से पेश वकील ने कहा कि आरोपी गाड़ी नहीं चला रहा था और उसकी ऐसा करने की मंशा नहीं थी. उधर एफआईआर कॉपी में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं, जिसमें पूरा घटनाक्रम सामने आ गया है.
एफआईआर में कहा गया कि रविवार तड़के कॉन्स्टेबल संदीप सादे कपड़ों में ड्यूटी के दौरान नांगलोई पुलिस स्टेशन से रेलवे रोड की ओर जा रहे थे. इस दौरान उसकी मुलाकात सहकर्मियों कॉन्स्टेबल राम और सचिन से हुई, जो ड्यूटी के बाद घर लौट रहे थे. राम ने ड्यूटी आवर्स के बारे में पूछा, जिस पर संदीप ने बताया कि वह एसएचओ के निर्देश पर सादे कपड़ों में ड्यूटी पर थे, क्योंकि उनके बीट क्षेत्र में चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं.
आपत्ति जताने से शुरू हुआ मामला: कॉन्स्टेबल राम ने एफआईआर में कहा, जैसे ही तीनों नांगलोई रेलवे रोड की ओर बढ़ने लगे, उन्होंने एक सरकारी स्कूल के पास सफेद कार खड़ी देखी, जिसके अंदर दो लोग शराब पी रहे थे. उनमें से एक की पहचान धर्मेंद्र उर्फ भांडरे के रूप में हुई, जो वीणा एन्क्लेव का निवासी है. चूंकि मैं पहले नांगलोई पुलिस स्टेशन में तैनात था, इसलिए धर्मेंद्र को जानता था. जब संदीप ने दोनों के सड़क पर शराब पीने पर आपत्ति जताई, तो धर्मेंद्र चिल्लाया. आप हमारे निजी मामले में हस्तक्षेप कर रहे हैं. आपकी हिम्मत कैसे हुई?. संदीप ने धर्मेंद्र और रजनीश को पुलिस स्टेशन आने के लिए कहा, लेकिन दोनों अपनी कार में नांगलोई रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ने लगे.
आरोपी ने कॉन्स्टेबल को मारने को कहा: इस पर संदीप ने अपनी मोटरसाइकिल से उनका पीछा किया. वहीं, कॉन्स्टेबल राम और सचिन भी उनके पीछे चले गए. जाट धर्मशाला के पास पहुंचने के बाद धर्मेंद्र ने गाड़ी धीमी की और तीनों पुलिसकर्मियों के करीब आने का इंतजार करने लगा. रजनीश ने कहा भाई, चलो संदीप को खत्म कर दें. जैसे ही वह कार के पास पहुंचे, संदीप ने आरोपियों से अपना वाहन रोकने के लिए कहा, लेकिन धर्मेंद्र ने अपनी कार से उसकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी. धर्मेंद्र ने संदीप को तब घसीटना बंद किया, जब उसकी कार दूसरी कार से टकरा गई.
आरोपी को पकड़ने का प्रयास जारी: इसके बाद कॉन्स्टेबल राम और सचिन, संदीप को बचाने के लिए दौड़े, जबकि धर्मेंद्र कार छोड़कर मौके से भागने में सफल रहा. राम और सचिन ने संदीप को सोनिया अस्पताल पहुंचाया, जहां से उन्हें बालाजी अस्पताल रेफर किया गया. वहां संदीप को मृत घोषित कर दिया गया. इस दौरान रजनीश सिपाहियों को चकमा देने में कामयाब रहा. सोमवार को उसे पकड़ लिया गया. पुलिस उपायुक्त (बाहरी) जिमी चिरम ने कहा कि आरोपी रजनीश से पूछताछ की गई है. वहीं आरोपी धर्मेंद्र को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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दिल्ली पुलिस ने जताई हमदर्दी: उन्होंने कहा कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या आरोपियों के इलाके के बूटलेगर्स से संबंध हैं. मुख्य आरोपी धर्मेंद्र की गिरफ्तारी के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा. दोनों आरोपियों द्वारा इस्तेमाल की गई कार उनमें से किसी की नहीं है और कार मालिक से भी पूछताछ की जा रही है. कॉन्स्टेबल संदीप की मौत के बाद एक्स पर एक पोस्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह इस कठिन समय में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़े हैं.
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