रांची:पूर्व आईएएस अधिकारी और कांग्रेस नेता के. राजू को झारखंड का प्रभारी बनाया गया है. वह मूल रूप से तेलांगना से संबंध रखते हैं. के. राजू अभी तक कांग्रेस के अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी और माइनोरिटीज विभाग के राष्ट्रीय संयोजक की भूमिका निभा रहे थे. एक कुशल प्रशासक रहे के राजू 2013 से कांग्रेस के साथ हैं.
वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि नए प्रभारी के रूप में के. राजू के लिए पहली प्राथमिकता होगी कि वह कैसे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए योग्य, जुझारू और अनुभवी टीम बनाते हैं. क्योंकि 16 अगस्त 2024 से ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी भंग है और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश की वन मैन टीम काम कर रही है.
इसके साथ-साथ विधानसभा चुनाव 2024 में जहां-जहां पार्टी का प्रदर्शन खराब हुआ है, वहां पार्टी को मजबूत करने के लिए एक्शन लेना होगा. इसके साथ-साथ खाली पड़े बोर्ड, निगम और आयोग में कांग्रेस की सम्मानजनक हिस्सेदारी हो इसके लिए ही प्रदेश प्रभारी के रूप में के. राजू को अपनी क्षमता और राजनीतिक कौशल का परिचय देना होगा.
के. राजू के अनुभव का फायदा मिलेगा-राकेश सिन्हा
के. राजू को झारखंड प्रभारी बनाए जाने से राज्य में कांग्रेस संगठन को और अधिक मजबूती मिलने का दावा करते हुए प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड कांग्रेस एलडीएम के कॉन्वेनर के रूप में के. राजू पहले से ही झारखंड से वाकिफ रहे हैं. उनके पास प्रशासनिक और राजनीतिक दोनों तरह का अनुभव है, जिसका लाभ प्रदेश कांग्रेस को मिलेगा और पार्टी को नई ऊर्जा मिलेगी.
...तो इसलिए बदले गए प्रदेश प्रभारी
कांग्रेस की राजनीति को बेहद करीब से जानने-समझने वाले वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड कांग्रेस का प्रभारी पूर्व आईएएस अधिकारी रहे के. राजू को बनाया है. इसके पीछे की खास वजह है. सतेंद्र सिंह के अनुसार यह बदलाव पश्चिम बंगाल में अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव के लिए किया गया है. निवर्तमान प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर को अब पूरी तरह से पश्चिम बंगाल पर फोकस करने के लिए कहा गया है. क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व ने बंगाल का चुनाव बेहद मजबूती से लड़ने का मन बना लिया है.
गुलाम अहमद मीर करेंगे पश्चिम बंगाल पर फोकस
बता दें कि अब तक गुलाम अहमद मीर बंगाल कांग्रेस प्रभारी की के साथ-साथ झारखंड के प्रभारी की भी भूमिका निभा रहे थे.वर्ष 2026 में बंगाल में होनेवाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुलाम अहमद मीर के जिम्मे बंगाल की जिम्मेवारी सौंपी गई है, ताकि वोटरों के एक बड़े वर्ग समूह को साधा जा सके.
ये भी पढ़ें-
झारखंड कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी, बदले जा सकते हैं सभी जिलाध्यक्ष! - JHARKHAND CONGRESS
के. राजू बने झारखंड कांग्रेस के नए प्रभारी, गुलाम अहमद मीर की हुई छुट्टी - JHARKHAND CONGRESS