रायपुर : क्या मौत के बाद किसी की वापसी हो सकती है.क्या किसी जीव के प्राण जाने के बाद वापस आ सकते हैं. आप कहेंगे ऐसा मुमकिन नहीं है.लेकिन आज हम आपको ऐसे मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं,जिसे प्रमाण की आवश्यकता नहीं है.क्योंकि जिस शख्स ने इस मंत्र को जपा है वो मृत्यु के द्वार से वापस आया है. ईटीवी भारत पर आज आप जानेंगे वो कौन सा मंत्र है जिससे मृत्यु को टाला जा सकता है.
मृत्यु क्या है ?: पुराणों में मृत्यु के बारे में गूढ़ रहस्य बताए गए हैं. ज्योतिष डॉ महेंद्र कुमार ठाकुर का मानना है कि सब भाग्य और भगवान के हाथों में है. भगवान चाहे तो मृत्यु को भी टाल सकते हैं. हकीकत में मृत्यु सनातन धर्म में होती ही नहीं है.आत्मा एक शरीर को छोड़कर दूसरे को धारण करती है. इसलिए मृत्यु हुई ही नहीं. हम इस शरीर को छोड़ने को मृत्यु कहते हैं. वह मृत्यु नहीं है, अतः जन सामान्य में मृत्यु की जो धारणा है. वह इस शरीर को छोड़ने के संबंध में है. उसे ही लोग मृत्यु मानते है. भ्रम वश लोग यह समझते हैं कि इस व्यक्ति की मृत्यु हो गई है. जो पूर्णत गलत है. व्यक्ति अपने इस जीवन के वस्त्र को छोड़ दिया है. अन्यत्र चला गया है. इसको आराम से टाला जा सकता है. ज्योतिष इसी मृत्यु को टालने की बात कह रहे हैं.आइये जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा.
ज्योतिषाचार्य ने बताई आपबीती : इस बारे में ज्योतिषाचार्य डॉ महेंद्र सिंह ने आप बीती बताई. उन्होंने कहा कि उनकी 1 अगस्त 2018 को बायपास सर्जरी थी.जिसके लिए वो नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे. इस दौरान उनके गुरुदेव ने साफ कह दिया था कि आपका समय पूरा हो चुका है और आप ध्यान लगाइए माया मोह का बंधन छोड़िए. जिसके बाद महेंद्र सिंह तत्काल प्रभु की शरण में चले गए. इस दौरान महेंद्र ठाकुर ने ओम नमो नारायण मंत्र का जाप किया.
''मैंने कभी यह नहीं कहा कि प्रभु मुझे बचा लो ना मेरे मन में इस तरह का विचार आया. मैं सिर्फ ईश्वर की भाव और भक्ति में डूबा रहा. मैं इस शरीर को नहीं छोड़ सका. ईश्वर ने मुझे स्वयं बचा लिया. मैं आज तक इस शरीर को ढो रहा हूं. इसके पहले भी एक घटना 23 दिसंबर 2009 की हुई.जिसके अनुसार मेरी मृत्यु सुनिश्चित थी, लेकिन वह भी टल गई. इसलिए हमेशा व्यक्ति को चलते-फिरते ओम नमो नारायणए मंत्र का लगातार जाप करते रहना चाहिए.'' डॉ महेंद्र कुमार ठाकुर ज्योतिष एवं वास्तुविद
भगवान की शरण में सबको मिलती है मुक्ति : इस जीवन का अंत कब और कैसे होगा ये कोई नहीं जानता.लेकिन मृत्यु को टालने के लिए हमारे ज्योतिष विज्ञान में कई सारे तर्क हैं. डॉ महेंद्र कुमार ठाकुर ने स्वयं के ऊपर हुई घटना का वृतांत ईटीवी भारत के साथ साझा किया है.