मंदसौर : घटना मंदसौर के गरोठ-सगोरिया रोड की है. यहां मानपुरा नारिया में कई विंड मिल यानी पवन चक्की लगी हैं, जिनकी सुरक्षा में एक गार्ड की तैनाती थी. यहां चोरी की नीयत से आए बदमशों ने विंड मिल के गार्ड विशाल प्रजापति की पत्थर पटकर हत्या कर दी. वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने वाले एएसआई को मंदसौर एसपी ने सस्पेंड कर दिया है.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, बुधवार सुबह अल सुबह एक जीप विंड मिल के पास आकर रुकी. इसमें कई बदमाश चोरी की नीयत से पहुंचे थे. सिक्योरिटी गार्ड विशाल प्रजापति ने बदमाशों को विंड मिल के करीब देखते ही अपने फील्ड मैनेजर दीपक मालवीय को जानकारी दी. दीपक ने तत्काल गरोठ थाने के एएसआई गजेंद्र शर्मा को फोन कर कहा कि इमरजेंसी है. मदद पहुंचाने के बजाए एएसआई ने कथित तौर पर अपशब्द कहे और दीपक से कहा कि वह अपनी बीवी की सेवा करे या उसकी? इसी दौरान बदमाशों ने सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर दी.
ऑडियो सुनते ही एसपी ने किया सस्पेंड
घटना के बाद मृतक विशाल के फील्ड मैनेजर दीपक ने एसपी अनुराग सुजानिया से शिकायत की और एएसआई से बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग भी भेजी. कॉल रिकॉर्डिंग सुनते ही एसपी ने एएसआई गजेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया. वहीं एसपी के निर्देश पर सिक्योरिटी गार्ड की हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है. वहीं इस मामले में विशाल प्रजापति की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने उसकी लाश को बर्डिया अमरा शामगढ़ मार्ग पर रखकर चक्काजाम कर दिया. इसके बाद कंपनी द्वारा मृतक के परिजनों को मुआवजा देने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म किया.
पत्नी की तबीयत खराब थी
इस मामले में सस्पेंड हुए एएसआई गजेंद्र शर्मा ने कहा कि उनकी पत्नी की तबीयत खराब चल रही है. ऐसे में वो रात में चोरों के मामले को देखते या पत्नी का इलाज करवाते? वहीं एएसआई और फील्ड मैनेजर की बातचीत पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. लोगों का कहना है कि एएसआई ने समय पर अपने स्टाफ को सूचना दी होती तो सिक्योरिटी गार्ड की जान बच सकती थी.