धनबादः निजी स्कूल के प्रिंसिपल के द्वारा दसवीं की छात्राओं के साथ की गई कार्रवाई की जांच के लिए गठित टीम के अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन को क्लीन चीट दे दी है. हालांकि स्कूल के उच्च स्तरीय प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता पूर्वक लिया है. शनिवार से मामला सुर्खियों में आने के बाद से स्कूल की गरिमा तार तार हो गई. जिस स्कूल के प्राचार्य पर आरोप लगे, वह शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखता है. उच्च स्तरीय स्कूल प्रबंधन ने मामला संज्ञान में लेते हुए आंतरिक जांच शुरू कर दी है. जांच प्रभावित ना हो इसके लिए प्रिंसिपल को स्कूल की सभी प्राशासनिक जिम्मेदारी से दूर रखे जाने की बात कही.
पेन डे को लेकर उठे विवाद पर कार्मेल शिक्षा पार्षद उत्तरी प्रांत पटना की ओर से मारिया कीर्ति एसी ने प्रेस रिलीज के माध्यम से मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि प्रबंधन की और से मैं अपने संस्थान की स्कूल में 9 जनवरी को आयोजित पेन डे समारोह पर नजर रखना चाहती हूं. एक संस्थान के रूप में हमारी पूरी निष्ठा है कि कि सभी छात्राओं के लिए एक सुरक्षित, सम्मानजनक और बेहतर माहौल को बढ़ावा दिया जाए.
उन्होंने कहा है कि हमारी प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि कक्षा दसवी के छात्रा अपनी स्कूल के यूनिफार्म(शर्ट) के ऊपर एक दूसरी शर्ट पहनी हुई थी. जिस पर छात्राएं पेन डे को लेकर संदेश लिख रही थीं. छुट्टी के समय छात्रों से अनुरोध किया गया था कि वे अपनी मूल ड्रेस में लौट जाएं.
मीडिया के एक वर्ग ने ऐसी जानकारी प्रकाशित की है जो तथ्यों को पूरी तरह से प्रतिबिंबित नहीं करती है. जिसने हमारे संस्थान की धारणा और उसकी सार्वजनिक स्थिति को प्रभावित किया है. इसके बावजूद, हमने तथ्यों का पूरी तरह से पता लगाने और यदि आवश्यक हो तो उपयुक्त सुधारात्मक उपायों की सिफारिश करने के लिए एक आंतरिक जांच शुरू की है.
एक निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए और प्राचार्य को जांच पूरी होने तक स्कूल की सभी प्रशासनिक जिम्मेदारियों से दूर रहने का निर्देश दिया गया है. हमारे संस्थान की अखंडता और मूल्यों को बनाए रखने के लिए सभी तरह के उपाय लागू करेंगे. माता-पिता के द्वारा हमें सौंपे गए बच्चों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं. मामले में सभी से सहयोग की अपील की है.
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