उदयपुर. जिले के भींडर कस्बे में मदन मोहन पाटीदार हत्याकांड मामले का शनिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया. पुलिस ने शातिर महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पाटीदार को कस्बे के सरकारी हॉस्पिटल के बाहर छोड़कर फरार हो गए थे.
विधायक की दखल के बाद मामले का खुलासा : जिला पुलिस अधीक्षक भुवण भूषण यादव ने बताया कि 1 फरवरी को मदन मोहन पाटीदार अपने घर से निकला, लेकिन वह शाम को अपने घर नहीं पहुंचा. दूसरे दिन परिजनों को पाटीदार का शव भींडर कस्बे के हॉस्पिटल के बाहर होने की सूचना मिली. इसपर वे मौके पर पहुंचे और शव देखने के बाद हत्या की आंशका जाहिर की. पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू की. एक बार पुलिस ने इस मामले को एक्सीडेंट करार दे दिया. विधायक उदयलाल डांगी की दखल के बाद पुलिस ने दोबारा हॉस्पिटल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की.
पढ़ें. उदयपुर में अपराधियों के हौसले बुलंद, रिटायर्ड पुलिसकर्मी के 6 लाख लूट ले गए बदमाश
जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि राज गुर्जर और अंजू बिलाला ने मिलकर मदन मोहन पाटीदार को हनी ट्रैप के मामले में फंसाने की कोशिश की. इसके बाद राजू गुर्जर के अन्य साथी पाटीदार को उठाकर ले गए और मारपीट की. साथ ही 6 लाख देने की बात की, लेकिन मारपीट के दौरान उन्हें गंभीर चोट आई. इसके चलते आरोपी पाटीदार को हॉस्पिटल के बाहर छोड़कर फरार हो गए. पुलिस ने जब राजू गुर्जर और अंजू बिलाला को डिटेन कर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे पाटीदार से रुपए हड़पना चाहते थे. पुलिस ने दोनों के बयान के आधार पर अन्य तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अब पुलिस इन सभी आरोपियों से कड़ी पूछताछ में जुटी हुई हैं.