कानपुर: जिले के बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते शनिवार को एक व्यक्ति अपने आप को सीआईएसएफ का जवान बता कर एलआईसी असिस्टेंट मैनेजर के घर पहुंचा और नकदी जेवरात समेत 13 लाख रुपये उड़ा ले गया. सुबह जब मैनेजर की आंख खुली तो, देखा सारा सामान बिखरा पड़ा था. उसके बाद मैनेजर ने तुरंत बर्रा पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है.
कानपुर साउथ के बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले सत्येंद्र सिंह भदौरिया, जो कि एलआईसी कार्यालय में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत है. उन्होंने बताया, कि पत्नी शालिनी सिंह करीब 20 दिन से पिता की तबियत खराब होने के कारण इटावा स्थित अपने मायके गई हुई थी जबकि बेटा अभिषेक होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर बैंगलौर में नौकरी कर रहा है. बीती शुक्रवार को उनके पास एक फोन आया. उसने अपना नाम रविंद्र सिंह चौहान बताते हुए इटावा का निवासी बताया. रविंद्र ने सत्येंद्र को फोन पर बताया, कि वह सीआईएसएफ का जवान है और वर्तमान में छत्तीसगढ़ में तैनात है. रविंद्र ने बताया, कि बेटे की पॉलिसी के बारे में जानकारी करनी है
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सत्येंद्र ने उस पर विश्वास करते हुए उसे घर बुला लिया. जिस पर शुक्रवार की शाम करीब सात बजे वह घर आया और रात करीब 10 बजे तक एलआईसी की पॉलिसी समझता रहा. इसके बाद खाना खाने का समय हो गया तो सत्येंद्र ने रविंद्र से खाना खाने के लिए पूछा. इस पर रविंद्र ने हां कर दी. खाना खाने के बाद अचानक सत्येंद्र को नींद आने लगी और वो सो गया.
शनिवार सुबह करीब आठ बजे, जब मैनेजर साहब की नींद खुली तो देखा, कि घर में रखी तीन अलमारियां, दीवान खुले पड़े थे. उनमें रखे करीब 10 लाख रुपये के जेवरात और 3 लाख नकदी गायब थी. सत्येंद्र ने फौरन बर्रा पुलिस को घटना की जानकारी दी. सूचना पर पहुंची बर्रा पुलिस ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की. इसमें रात करीब दो से ढाई बजे के बीच आरोपी जो अपना नाम रविंद्र बता रहा था, अंगौछे से मुंह बांध कर जाता हुआ दिखाई दिया. सीसीटीवी कैमरों में उसने एक बैग पीठ पर और एक बैग हाथ में पकड़े हुए दिखाई पड़ा है.
बर्रा इंस्पेक्टर टीबी सिंह ने, बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की है. सीसीटीवी कैमरों के आधार पर आरोपी कारगिल पेट्रोल पंप की ओर जाता हुआ दिखाई दिया है, मामले की जांच की जा रही है.