शिमला: देश के मैदानी क्षेत्रों में पांच चरणों का चुनाव संपन्न होने के बाद अंतिम दौर के चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस और भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारक अब पहाड़ पर चढ़ने लगे हैं. इससे हिमाचल की शांत वादियों में सियासी पारा एकदम से चढ़ गया है. भाजपा की स्टार प्रचारकों की सूची में सबसे ऊपर पीएम मोदी ने शुक्रवार को हिमाचल में दो रैलियां कर प्रचार को धार दी तो अब शनिवार को अखिल भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और गृह मंत्री अमित शाह अलग-अलग स्थानों पर जनसभाएं कर चुनावी प्रचार को और गति देंगे.
शिमला में खड़गे, ऊना और कांगड़ा में शाह की रैली
कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारक मल्लिकार्जुन खड़गे शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत रोहड़ू के रामलीला मैदान से मोदी के हमलों का जवाब देंगे. वहीं, नाहन और मंडी में पीएम मोदी की चुनावी जनसभाओं के बाद अब गृह मंत्री अमित शाह भी हिमाचल आ रहे हैं. वे शनिवार को सुबह 11 बजे जिला ऊना के अंब स्थित मेला ग्राउंड में जनसभा कर हमीरपुर से भाजपा प्रत्याशी अनुराग ठाकुर के पक्ष में वोट मांगेंगे. इसके बाद वे जिला कांगड़ा के जोरावर स्टेडियम में 1 बजे कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी डॉ. राजीव भारद्वाज के पक्ष में प्रचार कर कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे.
26 को राहुल गांधी की दो रैलियां
हिमाचल में अपनी अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और गृह मंत्री वापस लौट जाएंगे. इसके अगले दिन यानी रविवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत नाहन में पार्टी प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के तहत ऊना में पार्टी प्रत्याशी सतपाल रायजादा के लिए वोट मांगेंगे. इस दौरान राहुल गांधी हिमाचल में पीएम नरेंद्र मोदी के कांग्रेस पर किए गए हमलों का भी जवाब देंगे.
27 मई से मैदान में उतरेंगी प्रियंका
नाहन और मंडी में पीएम मोदी की रैलियों में जुटी भीड़ को देखते हुए कांग्रेस ने सभी विधायकों को अधिक से अधिक लोगों को रैली में लाने की जिम्मेवारी सौंपी है, ताकि पीएम मोदी को उनकी भाषा में जवाब दिया जा सके. वहीं, 27 मई से अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार अभियान की कमान संभालेगी. वे हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों में 30 मई तक कुल 9 चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगी. ये कांग्रेस और भाजपा की तरफ से किसी भी राष्ट्रीय स्तर के नेता की हिमाचल में सबसे अधिक चुनावी जनसभाएं होंगी.
कांग्रेस का हैट्रिक रोकने का प्रयास
हिमाचल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस भाजपा की 4-0 की हैट्रिक को रोकने का प्रयास में है. वहीं, भाजपा तीसरी बार हिमाचल की चारों सीटों को जीतने के लिए चुनावी मैदान में पसीना बहा रही है. प्रदेश में वर्ष 2014 और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने चारों सीटों को भारी मतों के अंतर से जीता था. इस बार कांग्रेस ने किसी भी हालत में भाजपा के विजय रथ को रोकने के लिए चुनावी रण में पूरी ताकत झोंक दी है.
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