बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में मलेरिया अब बेकाबू होता दिख रहा है.बीजापुर के पोटाकेबिन में मलेरिया के कारण दो छात्रों की मौत हुई है.वहीं 180 से भी ज्यादा छात्र मलेरिया की चपेट में हैं.वहीं अब प्रदेश की न्यायधानी में मलेरिया का प्रकोप देखने को मिला है. जहां कोटा क्षेत्र में मलेरिया के चार मरीज मिले हैं.जिनमें से एक की हालत गंभीर है.जिन्हें सिम्स रेफर किया गया है. मलेरिया के पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग तेजी से लोगों की जांच कर रहा है.
डायरिया के बाद मलेरिया का प्रकोप : मलेरिया केस के कारण अब स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र के दर्जनों लोगों का मलेरिया टेस्ट किया है. आपको बता दें कि कोटा क्षेत्र के कई गांवों में डायरिया के सैंकड़ों मरीज मिल चुके हैं.जिन्हें उल्टी दस्त की शिकायत है.जैसे तैसे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डायरिया को कंट्रोल किया था.लेकिन अब कोटा क्षेत्र में मलेरिया के केस मिलने से स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप है.
कहां मिले मलेरिया के मरीज ? : इस बार टाटीधार गांव में मलेरिया के चार मरीजों की पुष्टि हुई है. इसकी सूचना मिलते हैं विभाग में हड़कंप मच गया है. तत्काल डॉक्टरों की टीम भेजकर गांव में कैंप लगवाया गया है. गांव में मिले मरीजों में शिवम नाम के एक शख्स की हालत नाजुक बताई जा रही है. मलेरिया के साथ मरीज में पीलिया की भी पुष्टि हुई है.
''कोटा क्षेत्र के टाटीधार में मलेरिया के तीन चार मामले सामने आए हैं. एक मरीज की हालत गंभीर होने पर सिम्स अस्पताल भेजा गया है.''- प्रभात श्रीवास्तव,सीएमएचओ
आपको बता दें कि गंभीर रूप से बीमार युवक को संजीवनी एक्सप्रेस की मदद से सिम्स अस्पताल में भेजा गया है.फिलहाल डॉक्टरों की टीम ने गांव के कई लोगों का मलेरिया टेस्ट किया है. स्वास्थ्य विभाग अब हर बुधवार को गांव के हर एक व्यक्ति का ब्लड सैंपल लेकर मलेरिया टेस्ट करेगा.