कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बादल फटने से जहां मलाणा पंचायत का संपर्क कट गया था. वहीं, अब ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से उफनते नाले पर लकड़ी का पुल तैयार कर दिया है, लेकिन जरी से मलाणा सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. ऐसे में अभी भी मलाणा तक गाड़ियों की आवाजाही संभव नहीं है. ऐसे में अब ग्रामीणों ने मिलकर हेलीपैड बनाने का काम भी शुरू कर दिया है, ताकि आवश्यक वस्तुएं हेलीकॉप्टर के माध्यम से मलाणा पहुंच सकें.
हेलीपैड बनाने में जुटे ग्रामीण
हालांकि अभी तक मलाणा में राशन सहित अन्य वस्तुएं प्राप्त मात्रा में हैं, लेकिन आगामी दिनों में राशन सहित अन्य वस्तुओं का संकट बढ़ सकता है. ऐसे में सभी ग्रामीणों ने मिलकर हेलीपैड बनाने का फैसला लिया और गांव के साथ लगती जमीन को समतल करने में जुट गए. अगर राशन या अन्य वस्तुओं की कमी होती है, तो यहां पर हेलीकॉप्टर आसानी से उतर सकता है और लोगों को भी खाने-पीने की सामग्री आसानी से उपलब्ध हो सकती है.
मलाणा पंचायत के उप प्रधान रामजी ठाकुर ने बताया, "इससे पहले सभी ग्रामीणों ने मिलकर लकड़ी का पुल तैयार किया, लेकिन सड़क मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है और वाहनों के माध्यम से कोई भी चीज यहां नहीं पहुंच सकती है. अब ग्रामीण यहां पर मिलकर हेलीपैड के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं, ताकि आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर के माध्यम से लोगों को सुविधा मिल सके."
मलाणा पंचायत के उप प्रधान रामजी ठाकुर ने बताया, "कुछ दिनों के बाद गांव में मेला भी शुरू होने वाला है और उस मेले में भाग लेने के लिए जिले के अन्य इलाकों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में अब प्रशासन को चाहिए कि वे यहां पर जल्द से जल्द राशन भिजवाने की व्यवस्था करें."