रायपुर : साल 2024 विदा हो रहा है. इस बीच जनवरी से लेकर दिसंबर 2024 तक कई ऐसी छोटी बड़ी घटनाएं देखने को मिली. जो लगातार सुर्खियों में बनी रही. उसमें बलौदाबाजार में एसपी और कलेक्टर कार्यालय का जलना हो या फिर सीजीपीएससी घोटाला, शराब घोटाला, कोल घोटाला हो या बारूद की फैक्ट्री में धमाका हो. इसके अलावा भी कई ऐसे घटनाएं दुर्घटनाएं हुई जो साल भर सुर्खियों में बनी रही. कुछ अपराध से जुड़ी घटनाएं भी इनमें शामिल है.आइए साल 2024 की प्रमुख घटनाओं पर एक नजर डालते हैं.
बलौदाबाजार एसपी कलेक्टर दफ्तर फूंका : सबसे पहले बात करते हैं इस साल की सबसे बड़ी प्रमुख घटना की. जिसने ना सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया. वह घटना बलौदा बाजार की है, जहां प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर और एसपी कार्यालय को फूंक दिया गया.इस दौरान सैकड़ों गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया. इस घटना ने छत्तीसगढ़ को झकझोर कर रख दिया. कानून व्यवस्था को धता बताते हुए इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया गया. हालांकि इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है.
कांग्रेस विधायक समेत 180 लोगों की गिरफ्तारी : 10 जून को बलौदा बाजार में आगजनी की घटना हुई थी. जहां सैकड़ों प्रदर्शनकारी कलेक्टर परिसर में घुसे और कलेक्टर बिल्डिंग सहित 200 से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान एसपी कार्यालय को भी जला दिया गया. बमुश्किल कलेक्टर और एसपी अपनी जान बचाकर वहां से भागे थे. बताया जा रहा है कि मानकोनी में कुछ सामाजिक तत्वों ने जैतखाम को नुकसान पहुंचा था. इस घटना में कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. देखते ही देखते प्रदर्शन ने यह भयावाह रूप ले लिया. हालांकि घटना के बाद इस मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव सहित लगभग 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन : साल 2024 में नक्सली मामला भी लगातार सुर्खियों में रहा. खासकर इस दौरान नक्सल समस्या के समाधान के लिए केंद्रीय गृहमंत्री के द्वारा जारी की गई डेडलाइन की चर्चा प्रदेश सहित देश में है । इस बीच 15 नवंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जगदलपुर में नक्सल पीड़ितों से मिले और इस दौरान उन्होंने नक्सलवाद खात्मे की तारीख का ऐलान कर दिया । उन्होंने कहा कि मार्च 2026 तक बस्तर से नक्सलवाद को खत्म कर देंगे। इसके पहले भी वे 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का एलान करते रहे हैं।
31 नक्सलियों का एनकाउंटर : 4 अक्टूबर को सुरक्षा बल के जवानों को नक्सल मामले में एक बड़ी सफलता हाथ लगी. इस दिन सुरक्षा बलों ने अबूझमाड़ में 31 नक्सलियों को मार गिराया. ये साल 2024 की सबसे बड़ी सफलता थी.इसके पहले 15 अप्रैल को भी कांकेर में जवानों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया था. इसी तरह बीजापुर, नारायणपुर ,ओरछा, दंतेवाड़ा में भी अलग-अलग मुठभेड़ में करीब 75 नक्सली मारे गए हैं.
आरक्षक की पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या : अब बात करते हैं अपराध से जुड़े जगत की. जहां 14 अक्टूबर को आरक्षक की पत्नी और बेटी को तलवार से काटकर हत्या कर दी गई. सूरजपुर निवासी कुलदीप साहू ने प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी को तलवार और चाकू से काटकर हत्या कर दी थी. कबाड़ व्यापारी कुलदीप ने पुलिस की कार्रवाई से खफा होकर इस घटना को अंजाम दिया था. इस घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया.अब वह पुलिस की गिरफ्त में है.
कुख्यात अपराधी का एनकाउंटर : साल 2024 में 12 साल के बाद एक बार फिर एनकाउंटर का इतिहास दोहराया है. दुर्ग पुलिस ने कुख्यात अपराधी अमित जोश का एनकाउंटर किया. जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई. अमित जोश पर हत्या लूट जैसे 36 से ज्यादा गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे.साथ ही उस पर 40 हजार का इनाम भी रखा गया था. इससे पहले 2012 में कोरबा के जंगल में हिस्ट्री सीटर चुन्नू को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था.
बारूद फैक्ट्री में धमाका, 12 लोगों की गई जान : साल 2024 में बारूद फैक्ट्री का धमाका भी दहलाने वाला था. 25 मई की सुबह करीब 8 बजे बेमेतरा जिले के बोरसी गांव में प्रदेश की सबसे बड़ी बारूद फैक्टरी में जोरदार धमाका हुआ. घटनास्थल पर करीब 40 फुट गहरा गड्ढा हो गया. इसकी आवाज लगभग 10 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए.
घोटालों का साल : अब बात करते हैं कुछ घोटाले की, जिसमें पीएससी घोटाला, शराब घोटाला और कोल परिवहन घोटाला प्रमुख रहा. सीजीपीएससी घोटाला पूरे साल सुर्खियों में बना रहा , इस घोटाले को लेकर कई बड़ी कार्रवाई भी की गई. छत्तीसगढ़ में सीजीपीएससी घोटाला पूरे साल सुर्खियों में बना रहा है. इस मामले में सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी समेत कई अफसर ने अपने पावर का इस्तेमाल करते हुए बेटे, बेटी, बहु और कई करीबी रिश्तेदारों को सीजीपीएससी में चयन करवाया था. इसके बाद इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए गए. जांच के दौरान सीबीआई ने कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
पूर्व मंत्री के घर पर ईडी की दबिश : साल 2024 में शराब घोटाला भी लगातार सुर्खियों में बना रहा. लगभग 2000 करोड़ के कथित शराब घोटाले की बात सामने आ रही है. लेकिन पहली बार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उसके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर ईडी ने दबिश दी. जिससे यह मामला और हाई प्रोफाइल हो गया. इस मामले में कई ब्यूरोक्रेट्स, राजनेता ,कारोबारी और बिचौलिया पहले से ही जेल में बंद हैं.
कोल परिवहन घोटाला : वही कोल परिवहन घोटाला भी लगातार चर्चा में बना रहा. इस घोटाले की जांच ईडी और ईओडब्ल्यू के द्वारा की जा रही है. इस मामले में कारोबारी सूर्यकांत त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया है ,साथ ही कई अन्य कारोबारी, राजनेता, अधिकारी सहित आईएएस भी गिरफ्तार किया जा चुके हैं.इस मामले की जांच अभी भी जारी है.
महतारी वंदन योजना और सनी लियोनी का कनेक्शन : इसके अलावा महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को 1000 रुपए प्रतिमाह मिल रहा है. इसकी शुरुआत मार्च 2024 में की गई. यह जहां एक और महिलाओं के लिए एक सार्थक पहल थी, वही दूसरी और यह लगातार राजनीति का मुद्दा भी बना रहा. इसका उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है, लेकिन इस योजना में सनी लियोन का नाम आना चर्चा का विषय बन गया. सनी लियोन के खाते में भी प्रति महीने 1000 रुपए महतारी वंदन योजना के नाम पर जमा होने की बात सामने आई.इस मामले ने तूल पकड़ा और सरकार ने भी आनन फानन में कार्रवाई करते हुए फर्जी खाते के जरिए महतारी वंदन योजना का लाभ ले रहे आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.