जयपुर. राजधानी के सी-स्कीम स्थित एक ऑफिस में दो महीने पहले कर्मचारियों को हथियार दिखाकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस वारदात की साजिश रचने वाली महिला सहित अन्य बदमाशों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. अब वारदात में प्रयुक्त हथियार और वाहनों व मुख्य आरोपी के साथी के बारे में पुलिस पूछताछ में जुटी है.
डीसीपी, जयपुर दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया कि 24 अप्रैल को नरेंद्र चौधरी के ऑफिस में महिला कर्मचारियों को हथियार दिखाकर दो बदमाशों ने 15 लाख रुपए लूट लिए थे. वारदात की साजिश रचने वाली महिला कर्मचारी शिप्रा गुप्ता, मुकेश गुप्ता और मंजीत को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है. अब अशोक नगर थाना पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी भरत सिंह को गिरफ्तार किया है. वह जय भवानी रॉयल (जेआरबी) ग्रुप का सक्रिय बदमाश है. उसे बेपर्दा गिरफ्तार किया गया है. अब उससे वारदात में शामिल अन्य बदमाश संदीप उर्फ दीपक उर्फ दीपू नायक और वारदात में प्रयुक्त वाहन और हथियार के बारे में पूछताछ की जा रही है.
वारदात के बाद किया रकम का बंटवारा: पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि भरत सिंह जय भवानी रॉयल ग्रुप का सक्रिय बदमाश है और संगठित अपराध में लिप्त है. उसने सी-स्कीम के एक ऑफिस में काम करने वाली महिला शिप्रा गुप्ता, मुकेश व मंजीत के कहने पर अपने साथी संदीप उर्फ दीपक उर्फ दीपू नायक के साथ वारदात को अंजाम दिया था. उसने हथियार दिखाकर ऑफिस के कर्मचारियों को डराया और 15 लाख रुपए लूट लिए. इसके बाद लूट की रकम को आपस में बांट लिया.
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झुंझुनूं के साथ ही हरियाणा में भी मुकदमे: डीसीपी दिगंत आनंद ने बताया कि भरत सिंह के खिलाफ राजस्थान के झुंझुनूं जिले के साथ ही हरियाणा में भी मुकदमा दर्ज है. झुंझुनूं जिले के गोठड़ा थाने और उदयपुरवाटी थाने में भरत सिंह के खिलाफ दो-दो मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा गुरुग्राम (हरियाणा) में भी उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का एक मुकदमा दर्ज है. इस मामले में गिरफ्तार होने के बाद वह 23 दिन भौंडसी जेल में रहा. उसके खिलाफ अन्य मामलों को लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है.