मैहर। पुलिस को किसी अज्ञात व्यक्ति ने कॉल करके सूचना दी कि तंत्र-मंत्र करने के बाद किसी इंसान की डेडबॉडी दफनाई गई है. सूचना मिलने के बाद अमरपाटन पुलिस के साथ कार्यपालिक मजिस्ट्रेट गांव पहुंचे. इसके बाद कब्र खुदवाई गई. मौके पर बहुत तेज गंध आने से लोगों का शक और बढ़ गया. गड्ढे की खुदाई के बाद उसमें एक श्वान को दफनाया जाना पाया गया. इसके बाद पुलिस व प्रशासन के अफसर सिर पकड़कर बैठ गए. ये शव जर्मन सेफर्ड नश्ल का था.
अमरपाटन थाने के मौहरिया लालन गांव का मामला
ये मामला मामला अमरपाटन थाने के मौहरिया लालन गांव का है. गांव में कब्र के पास मिठाई का डिब्बा और पूजा पाठ की सामग्री के साथ जल हुई अगरबत्ती देखने के बाद लोगों ने आशंका हुई. लोगों को लगा कि किसी ने तांत्रिक क्रिया के बाद शव को दफन किया है. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अमरपाटन केपी त्रिपाठी, तहसीलदार आरडी साकेत कई लोग मौके पर पहुंचे. ताजी का पुराव, अगरबत्ती और मिठाई का डिब्बा वहां मौके पर रखा मिला. देखने में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वास्तव में कोई तांत्रिक क्रिया हुई है.
श्वान के मालिक से की पूछताछ
इसके बाद तहसीलदार ने कब्र को खोदने की अनुमति दी. करीब 3 घंटे की मेहनत के बाद जब शव बाहर आया तो उसे देखकर सभी हैरान रह गए. दरअसल में शव एक पालतू कुत्ते का था. जिसके मालिक ने उसका विधिवत अंतिम संस्कार किया था. इस गलत सूचना के कारण पुलिस व प्रशासन समय तो जाया हुआ. वहीं, जन्माष्टमी के दिन गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी ने बताया "पालतू कुत्ते का शव निकलने के बाद लोगों से पूछताछ की गई. उसके मालिक से पता लगाया गया. तब उन्होंने बताया कि 3 दिन पहले कुत्ते की मौत हो गई थी. शव खुले में फेंकने की जगह गड्ढा खोदकर उसे दफन करा दिया था."