जयपुर. शहर में एक ऐसा मोक्ष धाम विकसित होगा, जहां जलते मुर्दों के बीच पर्यटक घूमने आएंगे. सुनकर हैरानी हुई होगी, लेकिन ग्रेटर नगर निगम ने माहेश्वरी समाज को 20 साल के लिए इस मोक्ष धाम को गोद दिया है. समाज की ओर से इस मोक्ष धाम को इस तरह निर्मित किया जाएगा कि टूरिस्ट बस भी वहां आकर रुकेगी.
ग्रेटर नगर निगम ने बोर्ड बैठक में लिए फैसले को अमलीजामा पहनाते हुए अब बीटू बायपास स्थित श्मशान घाट को जनसहभागिता के साथ विकसित करने की पहल की है. निगम ने बीटू बायपास के मोक्षधाम को सुविधायुक्त बनाने के लिए माहेश्वरी समाज को गोद दिया है. इस सम्बंध में महापौर ने बताया कि शहर में जो श्मशान घाट हैं, उनका जनसहभागिता के साथ विकास किया जाएगा. ताकि मोक्ष धाम में भी सुव्यवस्था बनी रहे. इसी के तहत माहेश्वरी समाज को बीटू बायपास का श्मशान घाट विकसित करने के लिए दिया जा रहा है. इस मोक्षधाम को टूरिस्ट केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
वहीं माहेश्वरी समाज जयपुर के अध्यक्ष केदारमल ने बताया कि बीटू बायपास मोक्ष धाम का अनापत्ति पत्र मिला है. इस मोक्ष धाम को अब इस तरह निर्मित किया जाएगा कि टूरिस्ट बस भी वहां आकर रुके. मोक्षधाम की व्यवस्थाओं (साफ-सफाई, सुरक्षा, पानी, लकड़ी, बैठने की व्यवस्था) और दाह स्थल के नियमित संचालन की समस्याओं का भी निस्तारण किया जाएगा.
6 महीनों में होगा निर्माण : वहीं सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कालानी ने बताया कि जन्म से लेकर मरण की यात्रा को कलाकृतियों के माध्यम से मोक्ष धाम में उकेरा जाएगा. ये काम राजस्थान के मशहूर आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया के साथ मिलकर किया जाएगा और 6 महीने में ये निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. गुजरात के जामनगर के श्मशान घाट की तर्ज पर यहां भी कलाकृतियां बनाई जाएगी और सुविधा युक्त इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलप किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि यहां बने इलेक्ट्रिक शवदाहगृह को भी संचालित किया जाएगा. साथ ही कोशिश रहेगी कि अधिक से अधिक अंतिम संस्कार गोकाष्ठ से हो.