रायपुर: महादेव सट्टा एप मामले में गिरीश तलरेजा और सूरज चोखानी को सोमवार को अजय सिंह राजपूत की स्पेशल कोर्ट में फिर से पेश किया गया. इसके बाद अजय सिंह राजपूत की स्पेशल कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इसके साथ ही 6 महीने में ईओडब्ल्यू में छटवां एफआईआर प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत पर एसीबी और ईओडब्ल्यू में कोयला घोटाला शराब घोटाला डीएमएफ घोटाला और कस्टम मिलिंग मामले में केस दर्ज किया गया है. पिछले ढाई महीने में एसीबी और ईओडब्ल्यू में यह छटवां एफआईआर दर्ज किया गया है.
कारोबारी के साथ पुलिस अधिकारी पर भी एफआईआर दर्ज: इसके पहले वाले केस में प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत पर नेताओं और पूर्व मंत्री विधायक और इस और रिटायर्ड आईएएस के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. इस बार कारोबारी के साथ अज्ञात पुलिस अधिकारियों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें किसी भी अधिकारी का नाम शामिल नहीं किया गया है. प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा एसीबी और ईओडब्ल्यू में किए गए शिकायत में किसी भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के नाम दर्ज नहीं किए गए हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने इससे जुड़े लोगों के बयान लिए तो कुछ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के नाम जरूर सामने आए थे, लेकिन किसी का नाम नहीं आया है. प्रवर्तन निदेशालय की रिपोर्ट पर जांच नए सिरे से होगी. एसीबी और ईओडब्ल्यू की नई टीम इसकी जांच करेगी. पुरानी टीम का तबादला हो चुका है.
16 फरवरी को नीतीश दिवान हुआ था गिरफ्तार: भिलाई के रहने वाले पैनल ऑपरेटर नीतीश दीवान को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 16 फरवरी को गिरफ्तार किया था. प्रवर्तन निदेशालय की माने तो नीतीश दीवान से मिले इनपुट के बाद ही प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 1 मार्च को कोलकाता और भोपाल से महादेव सट्टा एप से जुड़े गिरीश तलरेजा और सूरज चोखानी को गिरफ्तार किया था. भिलाई के रहने वाले नीतीश दीवान महादेव सट्टा एप के प्रमोटर के साथ मिलकर 2 सालों से दुबई में रहकर पैनल ऑपरेटर का काम देख रहा था.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 28 फरवरी को प्रदेश की राजधानी रायपुर सहित कोलकाता गुरुग्राम दिल्ली इंदौर और मुंबई में एक साथ छापेमारी की थी. सूत्रों की मानें तो प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने इस मामले में हवाला ऑपरेटर हरिशंकर टिंबरेवाल की पहचान की है. वह कोलकाता का रहने वाला है, लेकिन वर्तमान में दुबई में रहने की जानकारी मिली है. जानकारी के मुताबिक हरिशंकर टिंबरेवाल महादेव सट्टा एप के प्रमोटर के साथ मिलकर अवैध सट्टेबाजी स्काई एक्सचेंज एप का संचालन भी किया करता था. जानकारी के मुताबिक हरिशंकर टिबरेवाल की 580.78 करोड़ की संपत्ति को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत जब्त किया गया है.