मुजफ्फरपुरः उत्तर बिहार के प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारी अपने अंतिम चरण में हैं. मंदिर में आकर्षक साज-सज्जा की जा रही है तो पिछले 65 सालों से बाबा की मौड़ी तैयार कर रहा परिवार इस बार भी भगवान शिव की मौड़ी बनाने में जुटा है. हर साल की तरह इस साल में बाबा की मौड़ी में कुछ नया बनाया गया है.
1959 से मौड़ी बना रहा है परिवारः मौड़ी बनाने में जुटे परिवार के मुखिया रंजन कुमार बताते हैं कि, "1959 से ही बाबा गरीबनाथ धाम मंदिर में महाशिवरात्रि का आयोजन हो रहा है और तभी से उनका परिवार बाबा के लिए मौड़ी तैयार करता आ रहा है. बाबा की मौड़ी तैयार करने में पूरा परिवार करीब 7 से 8 दिनों तक जुटा रहता है ओर इस मौड़ी के लिए कोई पैसा नहीं लिया जाता है."
पांच और साढ़े तीन फीट की दो मौड़ी हो रही तैयार: रंजन कुमार ने बताया कि "महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान भोलेनाथ के लिए 5 फीट की विशेष मौड़ी को तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा साढ़े तीन फीट की मौड़ी बारात में भेजने के लिए तैयार की जा रही है,दोनो का काम अंतिम चरण में है. इसे तैयार करने में करीब 10 दिन का समय लगा है."
विशेष प्रकार की होती है मौड़ीः बाबा के लिए तैयार की गई मौड़ी एक खास तरह का मुकुट या सेहरा होता है, जिसे यहां की बोली में मौउरी कहा जाता है. रंजन बताते हैं कि "इस काम में उनकी पांच पीढ़ियां जुड़ी हुई हैं.हर बार महाशिवरात्रि के लिए बाबा की दो मौउरी तैयार की जाती है, जिसमें एक बाबा की बारात के लिए और दूसरी विवाहोत्सव के लिए बनाई जाती है."
शिव विवाह के लिए मंडप तैयारः शुक्रवार की रात भगवान शिव व माता पार्वती का विवाह होगा. इसके लिए बाबा गरीबनाथ धाम में मंडप लगभग बनकर तैयार है. दिन में भक्त-श्रद्धालु मौड़ी चढ़ाकर भव्य झांकियों के साथ नाचते-गाते भगवान भोलेनाथ की बारात की शोभायात्रा निकालेंगे. बारात में ब्रह्मा-विष्णु गणेश-कार्तिक, अन्य देवी-देवताओं और नंदी के साथ भूत-पिशाच की भव्य झांकियां होंगी. जगह-जगह बारातियों का स्वागत होगा. वहीं मंदिर में जलाभिषेक के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी.
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