महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या से पहले ही रविवार को संगम नोज पर नो रूम हो गया. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए भीड़ को होल्डिंग एरिया में रोकना पड़ा. शनिवार और रविवार की छुट्टी का भी असर साफ देखने को मिल रहा है. हर दिशा से श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ रहे हैं. रेलवे स्टेशनों, बस स्टॉप और हाईवे पर श्रद्धालुओं का सैलाब देखा जा सकता है. पिछले दो दिनों में ही सवा करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया है.
मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान : मेला प्रशासन और महाकुंभ पुलिस ने संगम क्षेत्र में आ रही भारी भीड़ को देखते हुए महाकुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है. सभी व्हीकल पास को 3 फरवरी तक निरस्त कर दिया है. हालांकि चेक पॉइंट्स पर लगी पुलिसल वीआईपी गाड़ियों को जगह-जगह से पास करती हुई दिखी. मीडिया के पास को भी निरस्त कर दिया गया है. उधर, संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे. श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है. इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा.
भीड़ प्रबंधन के लिए ICCC सक्रिय : संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए ICCC (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) मॉनिटरिंग करेगा. भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं. प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है. साथ ही, अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है. मेला क्षेत्र में जगह-जगह लगाए गए स्टालों और ठेलों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई कर रही है. सड़कों को खाली कराया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को आने में किसी भी तरह की दिक्कत ना हो.
पार्किंग और साइनेज की विशेष व्यवस्था : SSP महाकुंभ राजेश द्विवेदी ने बताया कि सभी पार्किंग क्षेत्रों को सक्रिय कर दिया गया है, वहां श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी. ट्रैफिक प्लान के अनुसार पहले सबसे पास की पार्किंग में वाहन पार्क कराए जाएंगे और इसके बाद दूसरी पार्किंग को उपयोग में लाया जाएगा. 2000 से अधिक नए साइनेज लगाए गए हैं ताकि लोग सही दिशा में आसानी से जा सकें.