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महाकुंभ 2025 : मौनी अमावस्या पर बढ़ेगा संगम घाट का दायरा, सुरक्षित होगा साधु-संन्यासियों का स्नान मार्ग - MAHA KUMBH MELA 2025

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने परखीं तैयारियां. 6 दिन में 7 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का दावा.

मौनी अमावस्या पर व्यवस्थाओं के बाबत दिशा निर्देश देते मुख्य सचिव व डीजीपी.
मौनी अमावस्या पर व्यवस्थाओं के बाबत दिशा निर्देश देते मुख्य सचिव व डीजीपी. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 17, 2025, 3:35 PM IST

प्रयागराज : कड़ाके की ठंड के बावजूद संगम में डुबकी लगाने का सिलसिला जारी है. अब मौनी अमावस्या पर स्नान को लेकर प्रशासन नए सिरे से तैयारियों की समीक्षा कर रहा है. मकर संक्रांति पर संगम नोज पर स्नान का दायरा सीमित होने के कारण साधु संन्यासियों को परेशानी हुई थी. इसे देखते हुए मौनी अमावस्या के दिन संगम तट पर स्नान का दायरा बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने गुरुवार को संगम क्षेत्र का दौरा किया. साथ ही समीक्षा कर तैयारियों की रूपरेखा पर चर्चा की.

महाकुंभ की व्यवस्थाएं परखने निकले मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार. (Video Credit : ETV Bharat)

मौनी अमावस्या पर बढ़ेगा संगम घाट का दायरा : मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के मुताबिक मकर संक्रांति पर संगम नोज पर स्नान का दायरा सीमित था. जहां अखाड़े के साधु संन्यासी अमृत स्नान कर रहे थे. वहीं आम पब्लिक भी बैरिकेडिंग पार कर पहुंच जा रही थी. लिहाजा साधु संन्यासियों को स्नान करने और कपड़ा बदलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. भीड़ का दबाव काफी बढ़ गया था. उससे सीख लेते हुए मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान के लिए संगम तट का दायरा बढ़ाया जाएगा. साथ ही बैरिकेडिंग मजबूत करने और पांटून पुलों पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा साधु संन्यासियों के रास्ते में आम पब्लिक को जाने से रोकने के इंतजाम किए जाएंगे.

महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते मुख्य सचिव व डीजीपी.
महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते मुख्य सचिव व डीजीपी. (Photo Credit : ETV Bharat)

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सभी सेक्टर में मजिस्ट्रेट और पुलिस के साथ विभागों के अधिकारियों के मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं. मेला क्षेत्र में दूरसंचार सेवा का स्ट्रक्चर भी मजबूत करने का निर्देश दिया गया है. फोन न लगने की शिकायतें दूर की जा रही हैं. भीड़ को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए लगातार रेलवे स्टेशनों से ट्रेनों और बसों का संचालन किया जा रहा है. संगम नोज पर टॉयलेट्स और यूरिनल की पर्याप्त व्यवस्था है. पुलिस लगातार चेकिंग और पेट्रोलिंग कर रही है. 12 किलोमीटर लंबे घाटों पर बैरिकेडिंग और पार्किंग की व्यवस्था है. वहीं एंबुलेंस का उपयोग सिर्फ मरीज के लिए करने की हिदायत दी गई है.

गुरुवार को 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया अमृत स्नान : कड़ाके की ठंड के बावजूद प्रयागराज संगम तट पर श्रद्धालुओं में जोश और उत्साह बराबर देखने को मिल रहा है. देश और दुनिया से लोग पवित्र त्रिवेणी में श्रद्धा और आस्था के साथ डुबकी लगा रहे हैं. गुरुवार को शाम 6 बजे तक 30 लाख से ज्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया. इसमें 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे. वहीं मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का रेला देखने को मिल रहा है.

यह भी पढ़ें : मौनी अमावस्या 29 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषणा करने की मांग, शिक्षक संघ ने CM को लिखा पत्र - MAHA KUMBH MELA 2025

यह भी पढ़ें : प्रयागराज महाकुंभ; श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रहे बोनट बाबा, पढ़िए अनोखे नागा संन्यासी की कहानी - MAHA KUMBH MELA 2025

प्रयागराज : कड़ाके की ठंड के बावजूद संगम में डुबकी लगाने का सिलसिला जारी है. अब मौनी अमावस्या पर स्नान को लेकर प्रशासन नए सिरे से तैयारियों की समीक्षा कर रहा है. मकर संक्रांति पर संगम नोज पर स्नान का दायरा सीमित होने के कारण साधु संन्यासियों को परेशानी हुई थी. इसे देखते हुए मौनी अमावस्या के दिन संगम तट पर स्नान का दायरा बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने गुरुवार को संगम क्षेत्र का दौरा किया. साथ ही समीक्षा कर तैयारियों की रूपरेखा पर चर्चा की.

महाकुंभ की व्यवस्थाएं परखने निकले मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार. (Video Credit : ETV Bharat)

मौनी अमावस्या पर बढ़ेगा संगम घाट का दायरा : मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के मुताबिक मकर संक्रांति पर संगम नोज पर स्नान का दायरा सीमित था. जहां अखाड़े के साधु संन्यासी अमृत स्नान कर रहे थे. वहीं आम पब्लिक भी बैरिकेडिंग पार कर पहुंच जा रही थी. लिहाजा साधु संन्यासियों को स्नान करने और कपड़ा बदलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. भीड़ का दबाव काफी बढ़ गया था. उससे सीख लेते हुए मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान के लिए संगम तट का दायरा बढ़ाया जाएगा. साथ ही बैरिकेडिंग मजबूत करने और पांटून पुलों पर सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा साधु संन्यासियों के रास्ते में आम पब्लिक को जाने से रोकने के इंतजाम किए जाएंगे.

महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते मुख्य सचिव व डीजीपी.
महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते मुख्य सचिव व डीजीपी. (Photo Credit : ETV Bharat)

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि सभी सेक्टर में मजिस्ट्रेट और पुलिस के साथ विभागों के अधिकारियों के मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं. मेला क्षेत्र में दूरसंचार सेवा का स्ट्रक्चर भी मजबूत करने का निर्देश दिया गया है. फोन न लगने की शिकायतें दूर की जा रही हैं. भीड़ को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए लगातार रेलवे स्टेशनों से ट्रेनों और बसों का संचालन किया जा रहा है. संगम नोज पर टॉयलेट्स और यूरिनल की पर्याप्त व्यवस्था है. पुलिस लगातार चेकिंग और पेट्रोलिंग कर रही है. 12 किलोमीटर लंबे घाटों पर बैरिकेडिंग और पार्किंग की व्यवस्था है. वहीं एंबुलेंस का उपयोग सिर्फ मरीज के लिए करने की हिदायत दी गई है.

गुरुवार को 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया अमृत स्नान : कड़ाके की ठंड के बावजूद प्रयागराज संगम तट पर श्रद्धालुओं में जोश और उत्साह बराबर देखने को मिल रहा है. देश और दुनिया से लोग पवित्र त्रिवेणी में श्रद्धा और आस्था के साथ डुबकी लगा रहे हैं. गुरुवार को शाम 6 बजे तक 30 लाख से ज्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया. इसमें 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे. वहीं मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का रेला देखने को मिल रहा है.

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