वाराणसी : महाकुंभ में यात्रियों को बस स्टैंड से लेकर मेले तक पहुंचाने की जिम्मेदारी वाराणसी रोडवेज निभाएगा. इसे लेकर 50 स्पेशल कुंभ शटल बसों को तैयार किया है. ये बसें मेला परिक्षेत्र में अपनी सेवाएं देंगी. बसें सरस्वती गेट झूंसी एवं नैनी से यात्रियों को संगम की ओर ले जाएंगी. खास बात यह है कि उनका रंग भगवा रंग होगा. हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि यात्री अपने गंतव्य तक पहुंच सके.
कुंभ में यात्रियों की सुविधा व बेहतरी के लिए बड़े पैमाने पर उत्तर प्रदेश रोडवेज के जरिए बस सेवाओं के संचालन की योजना बनाई गई है. इसके तहत 200 एसी, 6800 साधारण और 550 शटल बसें शामिल की गई हैं. इन शटल बसों में 150 ई बसें भी शामिल हैं. ये आगामी दिनों में संगम नगरी में आना शुरू हो जाएंगी और यात्री व श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाएंगी.
320 बसों का होगा संचालन : वाराणसी रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडे ने बताया कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए बनारस से 320 बसों का संचालन किया जाएगा. इनमें 5 जनरथ की बसें भी शामिल रहेंगी. साथ ही कुंभ सेवा के लिए वाराणसी मंडल से 50 शटल बसों को तैयार किया गया है, जो मेला परिक्षेत्र में अपनी सुविधा देंगी. इसके लिए प्रयागराज में अस्थाई बस स्टैंड बनाए गए हैं. जहां से कुंभ शटल बसें यात्रियों को लेकर के मेला क्षेत्र तक जाएंगी. इसके अलावा दो स्पेशल स्टेशन भी बनाए गए हैं. जिनमें दुर्जनपुर और बेली कछार बस स्टेशन शामिल हैं. साथ ही बनारस से जाने वाली बसें झूंसी बस स्टेशन और सरस्वती गेट बस स्टेशन पर पहुंचेंगी.
50 कुंभ शटल बसें कराएंगी, महाकुंभ का दर्शन : रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडे के मुताबिक 50 सटल बसों में विशेष व्यवस्था होगी. साथ बसें भगवा रंग की हैं. जिससे इनकी पहचान आसान होगी. बस संचालन के लिए ड्राइवर, कंडक्टर को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है. सभी ड्राइवर व कंडक्टर वर्दी रहेंगे. यात्रियों की सुविधा के लिए बसों में हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं.
तीन चरणों में होगा संचालन : क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडे के अनुसार बसों का संचालन तीन अलग-अलग चरणों में किया जाएगा. पहले चरण 12 से 23 जनवरी, दूसरा 24 से 7 फरवरी और तीसरा आठ से 27 फरवरी तक होगा. पहले और तीसरे चरण में प्रयागराज से 10 रीजन की 3050 बसें संचालित होंगी. दूसरे चरण में मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी स्नान का पर्व के मौके पर प्रदेश के 19 रीजन से 7000 बसों का संचालन किया जाएगा.