भोपाल। मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार गर्भवती महिलाओं को रक्षाबंधन का बड़ा गिफ्ट देने जा रही है. अब प्रदेश की गर्भवती महिलाएं किसी भी सरकारी या प्राइवेट सेंटर पर अल्ट्रासाउंड फ्री में करा सकेंगी. उनसे कोई राशि नहीं वसूली जाएगी. हालांकि अभी केवल कुछ विशेष तारीखों में ही निशुल्क सोनोग्राफी की छूट रहेगी. इसके बाद सरकार इसे हमेशा के लिए फ्री करने पर विचार कर रही है.
सरकार करेगी अल्ट्रासाउंड की राशि का भुगतान
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में गर्भवती महिलाओं के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, प्राइवेट अस्पताल और निजी सोनोग्राफी सेंटरों पर निशुल्क अल्ट्रासाउंड करा सकेंगी. इसके लिए गर्भवती महिलाओं को अपना नाम और फोन नंबर बताना होगा. इसके बाद ई-वाउचर जनरेट होगा और मोबाइल पर ओटीपी आएगा. सत्यापन के बाद महिलाओं को ई-रुपी बारकोड दिया जाएगा. इसे स्कैन करने के बाद सोनोंग्राफी सेंटर संचालक के खाते में तय राशि ट्रांसफर हो जाएगी. इसका भुगतान सरकार करेगी.
हर माह 9 और 25 तारीख को मिलेगी सुविधा
एमपी सरकार 29 जुलाई को राजधानी के काटजू अस्पताल से पायलट प्रोजेक्ट के रुप में यह सुविधा शुरु करने जा रही है. शुरुआत में अभी हर महीने की 9 और 25 तारीख को ही मुफ्त सोनोग्राफी की सुविधा मिलेगी. वहीं 9 अगस्त से यह सुविधा प्रदेश के सभी जिलों में संचालित की जाएगी. वहां भी अभी 9 और 25 तारीख को ही फ्री अल्ट्रासाउंड होगा. हालांकि सरकार इसे पूरी तरह प्रतिदिन के लिए फ्री करने पर विचार कर रही है.
महिलाओं को लंबी वेटिंग से मिलेगी मुक्ति
अभी तक बीपीएल कार्ड धारक महिलाओं को सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में निशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा मिलती है लेकिन यहां वेटिंग को छोड़कर इमरजेंसी में भी सोनोग्राफी की जांच नहीं हो पाती है. जिससे उन्हें ईलाज मिलने में देरी होती है. अब प्रदेश के सभी सोनोग्राफी सेंटरों पर गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी फ्री करने से उन्हें लंबी लाइनों से छुटकारा मिलेगा.
जिले में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के ये हैं हाल
भोपाल जिले की बात करें तो अभी जिले में 8 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, लेकिन उनमें से किसी में भी सोनोग्राफी की सुविधा नहीं है. जबकि जिला अस्पताल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में भी काटजू अस्पताल को छोड़कर इमरजेंसी में गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी नहीं हो पाती है. इस मामले में भोपाल के सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि "सरकारी अस्पतालों में फ्री सोनोग्राफी की सुविधा देने के लिए प्राइवेट सेंटरों का चयन किया जा रहा है. जल्द ही इनके साथ अनुबंध की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इसके बाद महिलाएं कहीं भी निशुल्क जांच करा सकेंगी."