भोपाल: पिछले कई दिनों से मध्य प्रदेश में हो रही जबरदस्त बारिश ने प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिये हैं. राज्य के कई डैम लबालब भर गये हैं और उनके गेट कभी भी खोले जा सकते हैं. इन इलाकों के जिला प्रशासन ने लोगों के निचले इलाकों को खाली करने के निर्देश जारी कर दिये हैं. लोगों को इन इलाकों में सावधान रहने को कहा गया है.
बरगी बांध के गेट कभी भी खुल सकते हैं : रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना के अंतर्गत आने वाले बरगी बांध के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं. प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि बरगी बांध का जल स्तर नियंत्रित करने के लिए ये फैसला लिया जा रहा है. रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना के अधिकार ने बताया है कि "पिछले तीन दिनों में बरगी बांध में 465 मिलियन घन मीटर पानी की आवक हुई है और अभी भी प्रति सेकंड 1,432 घन मीटर पानी की आवक जारी है. अगर बारिश और पानी की आवक ऐसे बनी रही तो 28 जुलाई को बांध का जलस्तर 418 मीटर के ऊपर पहुंच सकता है. बांध के ऑपरेशनल नियमों के मुताबिक 31 जुलाई तक इसे 417.50 मीटर पर रखा जाना तय किया गया है."
तवा डैम का जलस्तर बढ़ रहा है: नर्मदापुरम, पचमढ़ी और बैतूल सहित तवा डेम के क्षेत्र में आने वाले इलाकों में लगातार बारिश जारी है. ऐसे में तवा डैम का जल स्तर बढ़ता जा रहा है. इसका अधिकतम जलस्तर 1166 फिट है. इसके बाद डेम को कंट्रोल करने के लिए पांच गेट 5 तत्काल खोले जा सकते हैं
कारम बांध के खुल सकते गेट
मध्य प्रदेश के धार जिले में आने वाले कारम बांध का जल स्तर लगातार हो रही बारिश के कारण बढ़ रहा है. ऐसे में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर निचले इलाकों को खाली करने का निर्देश दिया है. 14 अगस्त 2022 को ये बांध देश की सुर्खी बन गया था. इस बांध के मिट्टी वाले हिस्से में कटाव करके पानी बाहर छोड़ दिया गया था. बांध पूरी क्षमता के साथ भरा हुआ था और ऐसे में न केवल यह पानी बह गया था बल्कि 10500 हेक्टेयर में सिंचाई करने की उम्मीदें भी टूट गई थी.
धसान नदी में आई बाढ़, बांध के खोले गए : टीकमगढ़ से छतरपुर जाने के लिए बंधा मार्ग पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. धसान नदी में बाढ़ के चलते बान सुजारा बांध के गेट खोल दिए गए हैं. बांध के गेट खोले जाने के कारण टीकमगढ़ बंधा मार्ग से छतरपुर पहुंचने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है. यह स्थिति सागर एवं दमोह में तेज बारिश होने के कारण बनी हुई है. हालांकि, छतरपुर जिले में अभी तक औसत से भी कम बारिश हुई है. बान सुजारा बांध के गेट खोले जाने के कारण आसपास के गांवों में जल भराव के हालात पैदा हो गये हैं. बांध से तेज बहाव के कारण आसपास बसे छोटे छोटे गांवों में बाढ़ आ गई है. बान सुजारा बांध के गेट सागर एवं दमोह जिले में अधिक बारिश होने की वजह से खोले गए हैं.
सतपुड़ा डैम के 11 गेट खुले
बैतूल जिले में भी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं. घोड़ाडोंगरी तहसील के सतपुड़ा डैम सारनी का वाटर लेवर बढ़ने से डेम के 11 गेट खोले दिए गए हैं. सारनी सतपुड़ा डैम प्रबंधन ने 230 एमएम यानि 9 इंच बारिश दर्ज की है. जिसके चलते सतपुड़ा डैम के गेट खोले गए हैं. वहीं, बागदेव में पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण नेशनल हाईवे 2 घंटे तक बंद रहा.
बांध के क्षेत्र में आने वाले लोगों के लिए अलर्ट
- जबलपुर और बरगी बांध के निचले इलाकों में आने वाले लोगों से नर्मदा तट से सुरक्षित दूरी बनाए रखने को कहा गया है.
- बांध के गेट खोले जाने पर निचले इलाकों में पानी तेजी से बढ़ सकता है. ऐसे में जानमाल के नुकसान से बचने के लिए प्रशासन की हिदायतों का पालन करें.
- समय रहते बांध के क्षेत्र में आने वाले इलाके के लोगों को अपना एरिया छोड़कर सुरक्षित क्षेत्र में चले जाएं.
- पहले से ही खाने पीने की वस्तुओं और जरूरी दवाओं का इंतजाम कर लें.
- बच्चों, महिलाओं और मवेशियो को सबसे पहले सुरक्षित जगहों पर पहुंचाएं.