मधुबनीः बिहार के मधुबनी जिले की शिक्षिका डॉ. मीनाक्षी कुमारी को उनके उत्कृष्ट अध्यापन के लिए इस बार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. 5 सितंबर 2024 को शिक्षक दिवस के मौके पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ये पुरस्कार प्रदान करेंगी. मीनाक्षी की इस उपलब्धि पर परिवार के साथ-साथ आस-पास रहनेवाले लोग काफी खुश हैं.
शिवगंगा बालिका+2 की शिक्षिका हैं: डॉ. मीनाक्षी कुमारी मधुबनी नगर निगम क्षेत्र के शिवगंगा बालिका +2 विद्यालय में पढ़ाती हैं और शिक्षा को लेकर छात्राओं में जागरूकता पैदा करने की मुहिम को लेकर जानी जाती हैं. डॉ मीनाक्षी ने लड़कियों को खुद पढ़ो और औरों को पढ़ाओ की विशेष मुहिम चला रखी है.
मुहिम से कई लड़कियों को मिला मुकामः डॉ. मीनाक्षी की इस मुहिम से काफी लड़कियां जुड़ी हैं और कई लड़कियों ने मुकाम भी हासिल किया है. मीनाक्षी काफी अच्छी कविताएं भी करती हैं और कविताओं के माध्यम से वो दहेज प्रथा, बाल-विवाह, महिला आत्महत्या जैसी कुरीतियों को रोकने हेतु लोगों को जागरूरक कर रही है.
2022 में मिला था राजकीय शिक्षक पुरस्कारः अध्यापन के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ काम कर रही मीनाक्षी को 2022 में राजकीय शिक्षक पुरस्कार मिल चुका है. मीनाक्षी के पिताजी प्रोफेसर थे और उनका सपना था उनकी बेटी भी पढ़-लिखकर कुछ खास करे. पिताजी की सीख पर चलते हुए मीनाक्षी ने खुद तो मंजिल हासिल की है दूसरों को भी रास्ता दिखा रही हैं.
बधाइयों का तांताः मंगलवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलने की घोषण के बाद मधुबनी के संतुनगर शिक्षक कॉलोनी में मीनाक्षी के आवास पर आनेवाले लोगों का तांता लगा हुआ है. आम लोगों के साथ-साथ शिक्षा जगत से जुड़े लोगों ने मीनाक्षी को इस शानदार उपलब्धि की बधाइयां दीं.
5 सितंबर को शिक्षक दिवसः बता दें कि हर वर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है. दरअसल 5 सितंबर 1988 को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था. जिन्होंने एक शिक्षक के रूप में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं और 13 मई 1952 को देश के पहले उपराष्ट्रपति बनकर शिक्षा क्षेत्र को गौरवान्वित किया. उनकी जयंती को ही शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.