लखनऊः उच्च शिक्षा विभाग में प्रदेश में स्थापित तीन नए विश्वविद्यालय में से दो विश्वविद्यालय मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर और मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय मिर्जापुर के पहले कुलपति की नियुक्ति कर दी है. दोनों ही नए विश्वविद्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर के शिक्षकों को इन दोनों ही नए विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर नियुक्ति की गई है.
प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल की ओर से जारी आदेश में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर रवि शंकर सिंह को बलरामपुर के मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय का नया कुलपति बनाया गया है. वहीं इसी विश्वविद्यालय की पूर्व डीन शिक्षा संकाय प्रोफेसर शोभा गौड़ को मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय मिर्जापुर का पहला कुलपति नियुक्त किया गया है.
नए विश्वविद्यालय में पहले कुलपति शासन नियुक्त करता है: उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय अधिनियम एक्ट के अनुसार प्रदेश में बनने वाले किसी भी राज्य विश्वविद्यालय के प्रथम सत्र के शुरू होने पर वहां पर पहले कुलपति की नियुक्ति शासन द्वारा की जाती है. उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते वर्ष में बलरामपुर, मिर्जापुर और आगरा में तीन विश्वविद्यालय का गठन किया था. इनमें 2025-26 से पढ़ाई शुरू होनी है.
उससे पहले शासन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंजूरी मिलने के बाद दोनों ही विश्वविद्यालय में नए कुलपतियों की नियुक्ति कर दी है. प्रदेश में नए विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति एक ही विश्वविद्यालय से होने से सभी विश्वविद्यालय में इसको लेकर चर्चा का बाजार गर्म हो गया है. उसे शिक्षा विभाग से जुड़े विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री के गृह जनपद का विश्वविद्यालय होने के कारण ने विश्वविद्यालय में वहां के विश्वविद्यालय के प्रोफेसर को नियुक्ति करने को लेकर चर्चा तेज है. मौजूदा समय में गोरखपुर विश्वविद्यालय के 10 प्रोफेसर विभिन्न विश्वविद्यालय में कुलपति के पद सेवाएं दे रहे हैं.
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