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कोलकाता में डाॅक्टर से हैवानियत ; लखनऊ के डॉक्टरों का धरना प्रदर्शन जारी, मरीज हो रहे बेहाल - Doctors strike in Lucknow

कोलकाता में डाॅक्टर से रेप और हत्या मामले का आक्रोश (Doctors Strike in Lucknow) बरकरार है. देशभर के डाॅक्टरों के विरोध के बीच लखनऊ के रेजीडेंट डाॅक्टर भी लगातार हड़ताल पर हैं. इससे दूर दराज से अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है.

लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर.
लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 19, 2024, 5:10 PM IST

कोलकाता में डाॅक्टर से हैवानियत से लखनऊ के डाॅक्टरों में आक्रोश. (Video Credit : ETV Bharat)

लखनऊ : कोलकाता में बीती 9 अगस्त को रेजीडेंट डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर देश के कई राज्यों में रेजिडेंट डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. लखनऊ में भी कई दिनों से किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट आयुर्विज्ञान संस्थान, सिविल तथा बलरामपुर हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. डॉक्टरों का यह प्रदर्शन धीरे-धीरे छोटे सरकारी अस्पताल में भी पहुंच रहा है.

लखनऊ में धरना प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में धरना प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)







लोहिया अस्पताल में ह्यूमन चैन बनाकर प्रदर्शन : सोमवार को लखनऊ के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डाॅक्टरों ने ह्यूमन चेन बनाकर जनजागरूकता के साथ ही डाॅक्टरों की समस्याओं को नुक्कड़ नाटक के जरिये दर्शाया. वहीं कोलकाता कांड के गुनहगारों को फांसी देने की मांग की.

लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)




लोकबंधु अस्पताल में हाफ डे तक चली ओपीडी : लोकबंधु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि रक्षाबंधन होने की वजह से सोमवार को ओपीडी हाॅफ डे ही चली. जिसमें लगभग 400 से अधिक मरीजों को देखा गया. अन्य दिनों में लोकबंधु हॉस्पिटल में 700 से 800 मरीज ओपीडी में देखे जाते हैं. इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों की इलाज की व्यवस्था की गई है. हड़ताल का असर इस हॉस्पिटल में नहीं है. बहरहाल सोमवार को हाॅफ डे ओपीडी की वजह से बड़ी संख्या में मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)




पीजीआई से वापस किए गए मरीज : एसजीपीजीआई में अपनी मां का इलाज कराने पहुंचे अमित द्विवेदी को हड़ताल का हवाला देकर वापस कर दिया गया. इस बाबत ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि गंभीर स्थिति के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से ओपीडी बंद है.

लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)



मेडिकल कॉलेज में फूल डे अवकाश : मेडिकल कॉलेज की ओपीडी सोमवार को रक्षाबंधन त्यौहार होने की वजह से फूल डे बंद रही. जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मेडिकल कॉलेज में दूरदराज से पहुंचे मरीजों को डॉक्टरों की हड़ताल के कारण भटकना पड़ा.

आईएमए ने वापस ली हड़ताल : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने रविवार सुबह 6:00 बजे हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर दी थी. इसके चलते मरीजों को कुछ सहूलियतें मिलना शुरू हो गई हैं. हालांकि सोमवार को रक्षाबंधन का अवकाश पड़ जाने के कारण स्थिति अभी सामान्य नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि तमाम रेजिडेंट डॉक्टर अभी ड्यूटी पर वापस नहीं लौटे हैं. जिससे भर्ती तथा इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को भटकना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में तीसरे दिन भी नहीं थमा रेजीडेंट डॉक्टरों का प्रदर्शन, कानून बनाने की कर रहे मांग

यह भी पढ़ें : RTH हड़ताल को लेकर डॉक्टरों ने सीएम से मुलाकात की खबरों को किया खारिज, कही ये बड़ी बात

कोलकाता में डाॅक्टर से हैवानियत से लखनऊ के डाॅक्टरों में आक्रोश. (Video Credit : ETV Bharat)

लखनऊ : कोलकाता में बीती 9 अगस्त को रेजीडेंट डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर देश के कई राज्यों में रेजिडेंट डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. लखनऊ में भी कई दिनों से किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट आयुर्विज्ञान संस्थान, सिविल तथा बलरामपुर हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. डॉक्टरों का यह प्रदर्शन धीरे-धीरे छोटे सरकारी अस्पताल में भी पहुंच रहा है.

लखनऊ में धरना प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में धरना प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)







लोहिया अस्पताल में ह्यूमन चैन बनाकर प्रदर्शन : सोमवार को लखनऊ के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डाॅक्टरों ने ह्यूमन चेन बनाकर जनजागरूकता के साथ ही डाॅक्टरों की समस्याओं को नुक्कड़ नाटक के जरिये दर्शाया. वहीं कोलकाता कांड के गुनहगारों को फांसी देने की मांग की.

लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)




लोकबंधु अस्पताल में हाफ डे तक चली ओपीडी : लोकबंधु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि रक्षाबंधन होने की वजह से सोमवार को ओपीडी हाॅफ डे ही चली. जिसमें लगभग 400 से अधिक मरीजों को देखा गया. अन्य दिनों में लोकबंधु हॉस्पिटल में 700 से 800 मरीज ओपीडी में देखे जाते हैं. इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों की इलाज की व्यवस्था की गई है. हड़ताल का असर इस हॉस्पिटल में नहीं है. बहरहाल सोमवार को हाॅफ डे ओपीडी की वजह से बड़ी संख्या में मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)




पीजीआई से वापस किए गए मरीज : एसजीपीजीआई में अपनी मां का इलाज कराने पहुंचे अमित द्विवेदी को हड़ताल का हवाला देकर वापस कर दिया गया. इस बाबत ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि गंभीर स्थिति के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से ओपीडी बंद है.

लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स.
लखनऊ में प्रदर्शन करते डाॅक्टर्स. (Photo Credit: ETV Bharat)



मेडिकल कॉलेज में फूल डे अवकाश : मेडिकल कॉलेज की ओपीडी सोमवार को रक्षाबंधन त्यौहार होने की वजह से फूल डे बंद रही. जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मेडिकल कॉलेज में दूरदराज से पहुंचे मरीजों को डॉक्टरों की हड़ताल के कारण भटकना पड़ा.

आईएमए ने वापस ली हड़ताल : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने रविवार सुबह 6:00 बजे हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर दी थी. इसके चलते मरीजों को कुछ सहूलियतें मिलना शुरू हो गई हैं. हालांकि सोमवार को रक्षाबंधन का अवकाश पड़ जाने के कारण स्थिति अभी सामान्य नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि तमाम रेजिडेंट डॉक्टर अभी ड्यूटी पर वापस नहीं लौटे हैं. जिससे भर्ती तथा इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को भटकना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में तीसरे दिन भी नहीं थमा रेजीडेंट डॉक्टरों का प्रदर्शन, कानून बनाने की कर रहे मांग

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