लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर और अन्नदाताओं की आय की संभावनाओं को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है. यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी और केवी राजू ने गुरुवार को हैदराबाद (तेलंगाना) में सीड पार्क, भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के अनुसंधान संस्थान का निरीक्षण किया.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया है कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान वैश्विक श्रीअन्न उत्कृष्टता केन्द्र और उनके शोध प्रक्षेत्र संस्थान में मिलेट्स पर हो रहे कार्यों की जानकारी ली. उसके प्रसंस्करण इकाई, स्टार्टअप केन्द्र और इनक्यूबेशन सेन्टर जाकर श्री अन्न के प्रसंस्करण, पैकेजिंग व्यवस्था और उत्पादों के निर्माण के बारे में जाना. उत्तर प्रदेश में इनका एक उपकेन्द्र खोलने, नॉलेज और टेक्नोलॉजी पार्टनर के रूप में सहयोग करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय के साथ परस्पर सहयोग करने पर सहमति बनी. आगामी ख़रीफ सीजन की उत्पादकता बढ़ाने और मोटे अनाजों के आच्छादन क्षेत्र को बढ़ाए जाने के लिए ज्वार, सांवा, कोदो, कंगनी, काकुन, और चीना के बीज अभी से बुक कर उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराया जा सके, इस पर चर्चा की गई.
कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी को देखते हुए मोटा अनाज और चावल का उत्पादन बढ़ाने के क्षेत्र में ये अनुभव मील का पत्थर साबित होगा. मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी, केवी राजू ने कहा कि प्रतिकूल मौसम में भी धान की अच्छी पैदावार कैसे की जाए इस पर भी चावल के शोध में लगे हुए वैज्ञानिकों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. उन्होंने उत्तर प्रदेश को चावल और मोटे अनाज के उत्पादन के क्षेत्र में ध्यान देने पर भी जोर दिया. इसके साथ ही मोटे अनाजों की प्राकृतिक खेती में किसानों को आय के अधिक अवसर सृजित करने पर चर्चा की.