लखनऊ : मलीहाबाद के मोहम्मद नगर गांव में तिहरे हत्याकांड ने लोगों के जेहन में डेढ़ दशक पूर्व मलिहाबाद और माल क्षेत्र की वारदातों की याद को ताजा कर दी. उन दोनों घटनाओं में एक ही परिवार के तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और शुक्रवार को मोहम्मदनगर गांव में भी कुछ ऐसा ही हुआ है, जहां अपनों ने ही हत्या की वारदात को अंजाम दिया है.
बरगदी गांव में दामाद ने सास-भतीजी और भतीजे को उतारा था मौत के घाट
मलिहाबाद के बरगदी गांव में 11 दिसंबर 2009 की घटना याद कर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. उस रात भी एक सगे रिश्तेदार ने अपनी बुजुर्ग सास, भतीजे और भतीजी की हत्या कर दी थी. सुरसती अपने पोते सूरज और पोती शिवांकी उर्फ शिवांगी के साथ घर में सो रही थी. रात करीब दो बजे सुरसती का दामाद बुद्धा छत के रास्ते से घर में दाखिल हुआ और उसने बेरहमी से तीनों का कत्ल कर दिया था. आरोपी बुद्धा अपनी सास से इसलिए नाराज था कि उसकी पत्नी देशपति दूसरी जगह शादी कर दी थी. बुद्धा अपराधी किस्म का था, इसलिए उसकी सास ने यह कदम उठाया था.
सगे भाई, भाभी और पत्नी की कर दी थी हत्या
दूसरा मामला माल थाना क्षेत्र के थावर गांव का था. मार्च 2016 की वह रात प्रेम प्रसंग में रामप्रकाश मौर्य ने सगे भाई राजकुमार, भाभी कल्पना, पत्नी रजनी को धारधार हथियार से काटकर हत्या कर मौत के घाट उतार दिया था. ठीक उसी तरह क्षेत्र में शुक्रवार को एक बार फिर ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया गया. जहां रिश्ते में चाचा आरोपी सिराज उर्फ लल्लन खान ने अपने भतीजे मुनीर उर्फ ताज खां, भतीजी फरहीन तथा नाती हंजला की गोली मार कर हत्या कर दी.