लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के हजारों चालक परिचालक दीपावली पर नई वर्दी में नजर आएंगे. परिवहन निगम की तरफ से 37 हजार से ज्यादा चालक परिचालकों को नई वर्दी के लिए पैसा उपलब्ध कराया जाएगा. 1800 रुपये हर चालक परिचालक को वर्दी के लिए मिलेंगे. इस पर गुरुवार को मुहर लग गई है. वर्दी पर परिवहन निगम का कुल 6 करोड़ 70 लाख रुपये खर्च होगा. एक से दो दिन के अंदर ड्राइवर कंडक्टरों के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए जाएंगे.
इसके बाद वह अपनी वर्दी सिलवा सकेंगे. दो साल पर परिवहन निगम की तरफ से ड्राइवर कंडक्टर को वर्दी का पैसा उपलब्ध कराया जाता है. अब दो साल पूरे हुए हैं तो फिर से चालक-परिचालकों को नई वर्दी के लिए परिवहन निगम धनराशि मुहैया करा रहा है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने सितंबर में आदेश दिया था कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही चालक परिचालकों को नई वर्दी के पैसे मिल जाएंगे, लेकिन अभी तक उन्हें वर्दी के पैसे नहीं मिल पाए हैं.
रोडवेज यूनियनों के नेताओं ने चालक परिचालकों के लिए जल्द वर्दी के पैसे उपलब्ध कराने की मांग की थी जिसके बाद अब ड्राइवर-कंडक्टरों के खाते में वर्दी भत्ता भेजने का रास्ता साफ हो गया है. गुरुवार को छह करोड़ 70 लाख रुपये की राशि वर्दी भत्ते के लिए अनुमोदित की गई. परिवहन निगम में नौकरी कर रहे 37 हजार 273 चालक परिचालकों को 1800 रुपये यूपीएसआरटीसी की तरफ से खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे. दो दिन के अंदर सभी चालक परिचालकों के खाते में पैसे पहुंच जाएंगे.
बिना वर्दी कंडक्टर-ड्राइवर पर होगी यह कार्रवाई : परिवहन निगम की तरफ से सख्त तौर पर यह निर्देश हैं कि अगर कंडक्टर-ड्राइवर बिना वर्दी के मिलें तो उन पर 200 रुपये का जुर्माना लगाया जाए. तीन बार अगर वर्दी या नेम प्लेट लगाए नहीं मिलें तो फिर उनकी संविदा समाप्ति पर भी विचार किया जाए, जबकि ड्राइवरों और कंडक्टरों का कहना है कि जुलाई 2022 में उनको वर्दी सिलवाने के लिए 1800 रुपये मिले थे. उसके बाद से नहीं मिला. पुरानी वर्दी फट गई है.
परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (संचालन) अंकुर विकास ने बताया कि हर दो साल पर रोडवेज के चालक परिचालकों को नई वर्दी के लिए वर्दी भत्ता उपलब्ध कराया जाता है. अब दो साल पूरे हुए हैं तो प्रति चालक परिचालक 1800 रुपये के हिसाब से उनके खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे. 37 हजार 273 चालक परिचालकों के वर्दी भत्ते पर कुल छह करोड़ 70 लाख रुपये का व्यय भार आएगा.
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