लखनऊ : लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. तीन वर्ष पहले मरे व्यक्ति का पुलिस ने शांतिभंग में चालान कर दिया. न्यायालय को इसकी रिपोर्ट भी भेज दी है. परिजनों को जानकारी हुई तो उच्च अधिकारियों से शिकायत की. इसके बाद इंस्पेक्टर ने दारोगा के खिलाफ रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी है.
मामला मलिहाबाद तहसील क्षेत्र के रहीमाबाद थाने का है. रहीमाबाद थाना क्षेत्र के गहदो खगेश्वर खेड़ा के रहने वाले मैकू (65) की मौत 24 जुलाई 2021 को हो गई थी. पुलिस ने हाल ही में मैकू के खिलाफ शांति भंग का समन जारी करके न्यायालय में पेश होने के नोटिस जारी कर दिया. घरवालों को नोटिस मिला तो वे हतप्रभ रह गए. परिजनों ने पुलिस को मैकू के मरने की जानकारी दी, लेकिन कोई बात नहीं बनी. इसके बाद परिजनों ने इंस्पेक्टर से मिलकर सारी बात बताई. इसके बाद इंस्पेक्टर ने नोटिस जारी करने वाले दारोगा पर कार्रवाई की संस्तुति की है.
मैकू के भाई लेखराम के मुताबिक बीती 29 जुलाई को पुलिस की ओर से नोटिस मिला था. इसमें मैकू को न्यायालय में पेश होने का आदेश दिया गया था. लेखराम के मुताबिक मौत के तीन साल बाद नोटिस आने पर परिवारवाले हड़बड़ा गए. जानकारी करने पर पता चला कि दारोगा करण सिंह ने मैकू के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर 9 जुलाई 2024 को न्यायालय भेजी थी. इसके बाद नोटिस जारी किया गया. थानाध्यक्ष अनुभव सिंह ने बताया कि परिवार की आपत्ति के आधार पर संबंधित दारोगा के खिलाफ रिपोर्ट बना कर अधिकारियों को भेजी गई है.