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IPL 2024 में साइबर क्रिमिनल्स से रहें सावधान, जानिए अपराधी कैसे बिछाते हैं जाल - Beware of Cyber Criminals in IPL - BEWARE OF CYBER CRIMINALS IN IPL

आईपीएल 2024 का आगाज हो चुका है. आपके मोबाइल फोन में आईपीएल में जिताने वाले तमाम फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन, वेबसाइट दिखने लगी हैं. साइबर जालसाज (Beware of Cyber Criminals in IPL) आपकी गाढ़ी कमाई पर नजर गड़ाए हैं, इसलिए सतर्क रहें.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 27, 2024, 7:16 PM IST

लखनऊ : आईपीएल 2024 के आगाज होते ही उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में सट्टेबाज सक्रिय हो गए हैं. साइबर अपराधियों ने आईपीएल के सहारे लोगों को ठगने के लिए तरह तरह के जाल बिछा दिए हैं. साइबर ठग आईपीएल मैच पर सट्टा लगवाकर पहले जीत दिला कर अपने जाल में फंसाते हैं. फिर जब आपको जीत व पैसों का चस्का लग जाता है तो फिर शुरू होता है असली खेल. इसमें जालसाज न सिर्फ आपकी खुद की पूंजी लूटते हैं, बल्कि जीत की ख्वाहिश के चक्कर में सूदखोरों के चंगुल में फंसा देते हैं.






सट्टा हारने के बाद कर्नाटक, यूपी में आत्महत्या : कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एक 23 वर्षीय महिला ने सुसाइड कर लिया. जांच में पता चला कि उसके पति ने आईपीएल मैच में सट्टा खेला और डेढ़ करोड़ रुपये हार गया. जिस कारण अब सूदखोर रकम वापसी के लिए कई तरह से दबाव बना रहे थे. इसी तरह यूपी के झांसी में एक दो आईपीएल मैच में जीतने के बाद बाकी मैच में सट्टा लगा कर 80 लाख रुपये हारने वाले ने युवक ने भी मौत को गले लगा लिया. ऐसे में यदि समय रहते आप इन साइबर अपराधियों के मंसूबों को नहीं भांप सके तो जीवन बर्बाद हो जाएगा.


बीते दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र से पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया था. ये सभी झारखंड और बिहार के रहने वाले थे और आईपीएल में सट्टा लगवा रहे थे. जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो हैरान करने वाली बातें सामने आईं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में चार कुख्यात साइबर अपराधी थे, जो फर्जी वेबसाइट से आईपीएल में सट्टा लगवाने के नाम पर लोगों से पैसे ठग रहे थे. इन पैसों को उन्हीं खातों में ट्रांसफर कर रहे थे, जिनका इस्तेमाल सेक्सटॉशन, डेबिट क्रेडिट कार्ड समेत अन्य माध्यमों से हुई ठगी का पैसा ठिकाने लगाने के लिए किया जाता था. बेंगलुरु पुलिस ने भी ऐसे ही एक गैंग का भंडाफोड़ किया था, जो फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन से लोगों को सट्टे के लिए फंसाते थे और फिर बेमानी से पैसा जीत कर साइबर धोखाधड़ी करने के लिए खोले गए खातों में ट्रांसफर करते थे.


हार्डकोर साइबर क्रिमिनल्स कर रहे आईपीएल के नाम पर ठगी : लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के आईपीएस अफसर शशांक सिंह ने बताया कि जिन आरोपियों की गिरफ्तारी सटोरियों के रूप में की गई थी. असल में वे हार्डकोर साइबर अपराधी निकले, जिनके खिलाफ एनसीआरबी में करीब 25 मुकदमे दर्ज थे. सभी आरोपी अलग अलग नाम से फेक वेबसाइट और एप्लीकेशन (रेड्डी आईपीएल, आईपीएल जीतो, आईपीएल मजा) बनाते हैं और फिर सोशल मीडिया में प्रमोट किया जाता है. कम रिस्क और अधिक पैसा कमाने का झांसा देकर ये लोगों को जाल में फंसाते हैं और फिर शुरुआत में हेरफेर कर लोगों को सट्टा जितवा देते हैं और जब शिकार को सट्टा व पैसे जीतने का चस्का लग जाता है तब वह लाखों रुपये ठग लेते हैं.

लखनऊ : आईपीएल 2024 के आगाज होते ही उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में सट्टेबाज सक्रिय हो गए हैं. साइबर अपराधियों ने आईपीएल के सहारे लोगों को ठगने के लिए तरह तरह के जाल बिछा दिए हैं. साइबर ठग आईपीएल मैच पर सट्टा लगवाकर पहले जीत दिला कर अपने जाल में फंसाते हैं. फिर जब आपको जीत व पैसों का चस्का लग जाता है तो फिर शुरू होता है असली खेल. इसमें जालसाज न सिर्फ आपकी खुद की पूंजी लूटते हैं, बल्कि जीत की ख्वाहिश के चक्कर में सूदखोरों के चंगुल में फंसा देते हैं.






सट्टा हारने के बाद कर्नाटक, यूपी में आत्महत्या : कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एक 23 वर्षीय महिला ने सुसाइड कर लिया. जांच में पता चला कि उसके पति ने आईपीएल मैच में सट्टा खेला और डेढ़ करोड़ रुपये हार गया. जिस कारण अब सूदखोर रकम वापसी के लिए कई तरह से दबाव बना रहे थे. इसी तरह यूपी के झांसी में एक दो आईपीएल मैच में जीतने के बाद बाकी मैच में सट्टा लगा कर 80 लाख रुपये हारने वाले ने युवक ने भी मौत को गले लगा लिया. ऐसे में यदि समय रहते आप इन साइबर अपराधियों के मंसूबों को नहीं भांप सके तो जीवन बर्बाद हो जाएगा.


बीते दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र से पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया था. ये सभी झारखंड और बिहार के रहने वाले थे और आईपीएल में सट्टा लगवा रहे थे. जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो हैरान करने वाली बातें सामने आईं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में चार कुख्यात साइबर अपराधी थे, जो फर्जी वेबसाइट से आईपीएल में सट्टा लगवाने के नाम पर लोगों से पैसे ठग रहे थे. इन पैसों को उन्हीं खातों में ट्रांसफर कर रहे थे, जिनका इस्तेमाल सेक्सटॉशन, डेबिट क्रेडिट कार्ड समेत अन्य माध्यमों से हुई ठगी का पैसा ठिकाने लगाने के लिए किया जाता था. बेंगलुरु पुलिस ने भी ऐसे ही एक गैंग का भंडाफोड़ किया था, जो फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन से लोगों को सट्टे के लिए फंसाते थे और फिर बेमानी से पैसा जीत कर साइबर धोखाधड़ी करने के लिए खोले गए खातों में ट्रांसफर करते थे.


हार्डकोर साइबर क्रिमिनल्स कर रहे आईपीएल के नाम पर ठगी : लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के आईपीएस अफसर शशांक सिंह ने बताया कि जिन आरोपियों की गिरफ्तारी सटोरियों के रूप में की गई थी. असल में वे हार्डकोर साइबर अपराधी निकले, जिनके खिलाफ एनसीआरबी में करीब 25 मुकदमे दर्ज थे. सभी आरोपी अलग अलग नाम से फेक वेबसाइट और एप्लीकेशन (रेड्डी आईपीएल, आईपीएल जीतो, आईपीएल मजा) बनाते हैं और फिर सोशल मीडिया में प्रमोट किया जाता है. कम रिस्क और अधिक पैसा कमाने का झांसा देकर ये लोगों को जाल में फंसाते हैं और फिर शुरुआत में हेरफेर कर लोगों को सट्टा जितवा देते हैं और जब शिकार को सट्टा व पैसे जीतने का चस्का लग जाता है तब वह लाखों रुपये ठग लेते हैं.

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